जयपुर. गणेश चतुर्थी के अगले दिन बुधवार को नीले घोड़े सवार होकर भगवान गणेश नगर परिक्रमा पर निकलेंगे. रिद्धि सिद्धि भी उनके साथ होंगी. छोटी काशी की सुप्रसिद्ध भगवान गणेश की शोभायात्रा बुधवार को मोती डूंगरी गणेश मंदिर से निकलकर गढ़ गणेश मंदिर पहुंचेगी. शोभायात्रा में इस बार चन्द्रयान-3 की सफल लैंडिंग से लेकर अमृत महोत्सव की तिरंगा झांकी नजर आएगी.
गाजे-बाजे और हाथी-घोड़े-ऊंट के लवाजमे के साथ गणेश चतुर्थी के दूसरे दिन बुधवार को मोतीडूंगरी गणेश जी शोभायात्रा समिति की ओर से 36वीं शोभायात्रा निकाली जाएगी. मंदिर महंत कैलाश शर्मा मुख्य रथ की आरती कर दोपहर तीन बजे शोभायात्रा रवाना करेंगे. शोभायात्रा में शहर के सभी प्रसिद्ध बैंड अपना वादन करेंगे, वहीं व्यायाम शालाओं के हुनरबाज अपनी कला का भी प्रदर्शन करेंगे. शोभायात्रा संयोजक प्रताप भानू सिंह शेखावत ने बताया कि शोभायात्रा में करीब 30 स्वरूप-चित्र झांकियां होगी. इसके अलावा 30 झांकियां स्वाचालित होंगी. उन्होंने बताया कि बंगाल, उत्तर प्रदेश के कारीगर बीते डेढ़ महीने से इन झांकियां को तैयार कर रहे हैं. वहीं इस बार चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग, विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर शिवशक्ति प्वाइंट पर बाहर आते हुए, वैज्ञानिकों को भगवान हनुमान आशीर्वाद देते हुए, नीले घोड़े पर सवार भगवान गणेश नगर भ्रमण करते हुए नजर आएंगे. इसके अलावा नृत्य करते हुए रिद्धि-सिद्धि, नंदी पर सवार भगवान भोलेनाथ, शिवलिंग की आरती करते भगवान हनुमान, शेर पर सवार मां दुर्गा के सामने नृत्य करते भगवान गणेश, भगवान विष्णु के चरण दबाती लक्ष्मी माता, मूषकों के साथ महाकाल के कांवड़ चढ़ाते हुए गणपति, बालरूप गणेश जी पिता शिव की पीठ पर खेलते हुए, महाभारत ग्रंथ लिखते हुए गणेश जी आकर्षण का केंद्र रहेंगे. इसके साथ ही अमृत महोत्सव की तिरंगा झांकी से देशभक्ति की झलक भी नजर आएगी.
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बता दें कि शोभायात्रा मोती डूंगरी रोड से जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़, गणगौरी बाजार, ब्रह्मपुरी होटे हुए गढ़ गणेश मंदिर तक जाएगी. इस शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया जाएगा. इस दौरान श्रद्धालुओं और व्यापार मंडलों की ओर से बाजारों में झांकियां, भजन मंडली की प्रस्तुति और प्रसाद वितरण की स्टाल भी सजेंगी.
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वहीं आज बुधवार को ऋषि पंचमी पर्व भी मनाया जाएगा. सप्त ऋषियों का आह्वान कर भावपूजन किया जाएगा.सप्त ऋषियों का पूजन कर तर्पण किया जाएगा. गलता धाम में विप्रगण तर्पण करने पहुंचेंगे। स्नान और तर्पण के बाद श्रद्धालु दान-पुण्य करेंगे। वहीं महिलाएं ऋषि पंचमी की कथा सुनेंगी। इसके साथ ही पारीक, दाधीच और माहेश्वरी सहित कई समाज रक्षाबंधन भी मनाएंगे।