जयपुर. राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के खंडार में रहने वाले जूना अखाड़ा, उज्जैन के थानापति महंत बालकानंद गिरी को लॉरेंस विश्नोई गैंग के नाम से धमकी देने का मामला सामने आया है. उन्होंने जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी मुलाकात की है. सवाई माधोपुर एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला का कहना है कि खंडार थाने में महंत बालकानंद गिरी ने मुकदमा दर्ज करवाया है. जिसमें लॉरेंस गैंग की ओर से फिरौती मांगने की शिकायत दी है. हम जांच कर रहे हैं. जिस मोबाइल नंबर से कॉल किया गया है. उसके जरिए पहले छोटी-मोटी फ्रॉड की वारदातों को भी अंजाम दिया गया है. हम जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लेंगे. एहतियात के तौर पर महंत बालकानंद गिरी को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई गई है.
दरअसल, जूना अखाड़ा उज्जैन के थानापति महंत बालकानंद गिरी ने शुक्रवार को जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल नंबर पर 29 दिसंबर को एक कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ बताकर बालकानंद गिरी से 20 करोड़ की फिरौती मांगी और रुपए नहीं देने पर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जैसा हश्र करने की धमकी दी है.
पढ़ें: लॉरेंस के गुर्गे ने ज्वेलर को धमकी देकर 5 लाख रुपए की मांगी रंगदारी, पुलिस जुटी जांच में
लगातार दो दिन आए धमकी भरे कॉल: महंत बालकानंद गिरी के अनुसार, पहले 29 दिसंबर को उनके पास कॉल आया. इसके बाद 30 दिसंबर को भी कॉल आया और रुपए नहीं देने पर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जैसा हाल करने की धमकी दी. कॉल करने वाले ने कहा कि गोगामेड़ी के पास तो कड़ी सुरक्षा थी. फिर भी उसका यह हाल हुआ तो तेरा क्या होगा. हालांकि, कॉल करने वाला कभी अपने आप को लॉरेंस का भांजा सचिन बताता है तो कभी उसका दोस्त.
पढ़ें: लॉरेंस गैंग के नाम पर व्यवसायी से मांगी रंगदारी, अंजाम भुगतने की धमकी
पुलिस ने मुहैया करवाई सुरक्षा: इस पूरे मामले को लेकर सवाई माधोपुर की खंडार थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. हालांकि, अभी तक धमकी देने वाले बदमाश या उसकी गैंग को लेकर कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है. दूसरी तरफ, पुलिस ने महंत बालकानंद गिरी को सुरक्षा मुहैया करवाई है. पुलिस का एक जवान उनके साथ लगाया गया है. इस पूरे मामले को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी मुलाकात की है. उन्होंने मांग की है कि इस पूरे मामले की सच्चाई सामने आनी चाहिए.