बस्सी (जयपुर). दादिया पट्टी गांव के पास बाइक से गिरकर घायल हुए दोपुर गांव निवासी सीआरपीएफ जवान मदन लाल जोगी ने रविवार देर रात दम तोड़ दिया. जवान का पार्थिव शरीर सोमवार को जयपुर से उनके पैतृक गांव दोपुर लाया गया. अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े. लोगों ने शहीद को पुष्पांजलि अर्पित कर उनके नाम के जयकारे लगाए. इसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ जवान को अंतिम विदाई दी गई.
सलामी देकर किया अंतिम संस्कार: चंडीगढ़ से आए हुए सीआरपीएफ के उच्च अधिकारी (CRPF Jawan Madan Lal Jogi martyred) व जवान सीआरपीएफ मदनलाल जोगी के पार्थिव शरीर को जयपुर से उनके गांव दोपुर लेकर आए. रास्ते में लोगों ने सीआरपीएफ जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और 'मदनलाल अमर रहें' के नारे भी लगाए गए. सीआरपीएफ के उच्च अधिकारी व जवानों ने सलामी दी और इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया.
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परिवार का रो-रोकर बुरा हाल : जिला पार्षद बाबूलाल मीणा झालरा भी शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि (last rites of CRPF Jawan Madan Lal Jogi in Jaipur) अर्पित करने पहुंचे थे. शहीद मदन लाल जोगी के दो बेटे और दो बेटियां हैं. मदन लाल जोगी का एक बड़ा और एक छोटा भाई के साथ ही एक बहन भी है. शहीद के पिता का नाम ग्यारसी लाल जोगी है.
इस तरह हुआ हादसा : मदनलाल जोगी चंडीगढ़ में सीआरपीएफ के पद पर तैनात थे. वो 24 अक्टूबर को अपने गांव दोपूर आ रहे थे. गांव से पहले बांसखोह फाटक पर आकर उन्होंने अपने छोटे भाई को फोन कर आने की सूचना दी. इसके बाद छोटा भाई जवान को बांसखोह फाटक से बाइक पर लेकर निकल गया. इस दौरान दादिया पट्टी गांव के पास सड़क पर अचानक बाइक फिसल गई जिससे मदनलाल जोगी के सिर पर गंभीर चोट आई. जवान का इलाज जयपुर के जीवन रेखा अस्पताल में चल रहा था, जहां रविवार देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया.