जयपुर. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का धरना पिछले 6 दिन से जारी है. मीणा के धरने का मुद्दा सोमवार को विधानसभा में भी गुंजा. बीजेपी विधायकों ने वेल में आकर गहलोत सरकार निशाना साधा. अजमेर से विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि पेपर लीक मामले को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा 6 दिन से धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है.
सरकार नहीं ले रही सुध : विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा सैकड़ों युवकों के साथ धरने पर बैठे हैं, लेकिन इस कांग्रेस के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. पेपर लीक के बारे में जो सर्वे सामने आया उससे साफ है कि सरकार की करवाई निष्पक्ष नहीं हो रही है. देवनानी ने कहा कि चेयरमैन को बर्खास्त किया, लेकिन पूछताछ क्यों नहीं हुई. राज्यसभा सांसद लाल मीणा ने तीन मंत्रियों और 6 विधायकों के नाम लिए उनमें से किसी से भी पूछताछ नहीं हुई है. अगर पूछताछ हो जाए तो दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा.
वेल में आए विपक्ष के विधायक : सदन में किरोड़ी लाल मीणा के समर्थन में विपक्ष के विधायकों ने जमकर हंगामा किया. हंगामे के बीच काफी देर तक सदन की कार्यवाही बाधित रही. इस पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा, राज्यपाल के अभिभाषण को सार्थक तौर पर चलने दे. ये तरीका ठीक नहीं है. अध्यक्ष के निर्देश के बाद विपक्ष के विधायक शांत हुए. विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार हठधर्मिता अपनाए हुए हैं, इसलिए वह धरने पर बैठे सांसद से बातचीत तक नहीं कर रही है.
बीजेपी विधायक देवनानी ने कहा कि कांग्रेस में जो सत्ता संघर्ष चल रहा है, उसकी वजह से प्रदेश की जनता को नुकसान उठाना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री और पूर्व उपमुख्यमंत्री बीच जो सियासी लड़ाई चल रही है उसमें जनता पीस रही है. मुख्यमंत्री कुर्सी से चिपके रहने के कारण पूरी तरह लाचारी की मुद्रा में है. जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को उठाना पड़ रहा है. बीजेपी विधायक ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, अधिकारी मंत्री कि नहीं सुनते, मंत्री मुख्यमंत्री कि नहीं सुनते है और केवल स्तरहीन बयानबाजी हो रही है उससे राजस्थान की छवि खराब हो रही है.