जयपुर. करवा चौथ के दिन महिलाएं चंद्र उदय का बेसब्री के साथ इंतजार करती रहती हैं. हालांकि, मौसम कुछ ऐसा चल रहा है कि इस बार चंद्रोदय का नजारा देखने के लिए व्रतियों को इंतजार करना पड़ सकता है. उत्तर भारत में छाए काले बादलों की आड़ में चांद लुकाछिपी कर सकता है. लेकिन मौसम विभाग के पूर्वानुमान के तहत 13 अक्टूबर यानी करवा चौथ पर जयपुर में आसमान साफ रहेगा. फिर भी चंद्रोदय का समय हर राज्य और जिले में कुछ अंतर पर होता रहा है, इसीलिए यहां हम जयपुर में चंद्रोदय के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
करवा चौथ 2022 तिथि और मुहूर्त
- चतुर्थी तिथि प्रारम्भ - 13 अक्टूबर 2022 को सुबह 01 बजकर 59 मिनट से
- चतुर्थी तिथि समाप्त - 14 अक्टूबर 2022 को सुबह 03 बजकर 08 मिनट तक
- करवा चौथ पूजा का अच्छा मुहूर्त- 13 अक्टूबर शाम को 5 बजकर 54 मिनट से लेकर 7 बजकर 09 मिनट तक है.
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करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय
- अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 21 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक करवा चौथ पर.
- चंद्रोदय- रात 8 बजकर 09 मिनट पर
- करवा चौथ व्रत समय - सुबह 06 बजकर 20 मिनट से रात 08 बजकर 09 मिनट तक.
जयपुर में चांद निकलने का समय- जयपुर में करवा चौथ वाले दिन मौसम साफ रहेगा. यहां चंद्रोदय समय 08:19pm का है.
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न दिखे चांद, तो महिलाएं करें ये काम- करवा चौथ व्रत 13 अक्टूबर 2022 गुरुवार को रखा जा रहा है. इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए निर्जला व्रत रख रहीं हैं. मान्यता है कि करवा चौथ व्रत करने से पति दीर्घायु और वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है. पूरे दिन निर्जला व्रत रखने के बाद शाम को चंद्र दर्शन के बाद पूजा करके व्रत का समापन होता है. कभी-कभी कुछ जगहों पर किन्ही कारण से चांद नजर नहीं आता है. ऐसे में जब चांद नजर नहीं आए तो नीचे बताए गए उपाय महिलाएं कर सकती हैं-
- कहा जाता है कि करवा चौथ व्रत के दिन अगर आपको चांद नजर नहीं आता है तो महिलाएं अगले दिन सूर्योदय के बाद भोजन कर सकती हैं.
- मान्यता है कि करवा चौथ के दिन अगर चंद्रमा नहीं दिखाई पड़ता, तो महिलाएं भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा के दर्शन कर सकती हैं. चंद्रमा की पूजा करके क्षमा याचना करें और व्रत पूर्ण करें.
- चांद न नजर आने पर चंद्रमा का आह्वान करें और विधि-विधान से पूजा करें. इसके बाद मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए व्रत पूर्ण करें.
- चंद्रोदय के समय चांद निकलने की दिशा में मुख करके पूजा करें. मन ही मन मां लक्ष्मी का ध्यान लगाते हुए पति की पूजा के बाद व्रत पारण करें.
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गर्भवती, बुजुर्ग और बीमार महिलाएं अगर चंद्रदर्शन नहीं कर पाती हैं तो वे बिना चंद्रदर्शन ही व्रत का पारण कर सकती हैं.
करवा चौथ 2022 पर बना रखा शुभ संयोग- इस साल करवा चौथ पर काफी शुभ संयोग बन रहा है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ सिद्धि योग बन रहा है. इसके साथ ही इस दिन कन्या राशि में शुक्र और बुध ग्रह की युति हो रही है, जिसके कारण लक्ष्मी नारायण योग बन रहा है. इसके अलावा बुध और सूर्य की युति होने सेबुधादित्य योग भी बन रहा है. ऐसे में करवा चौथ रखने से सुख-समृद्धि और वैवाहिक जीवन में खुशहाली आएगी.