जयपुर. भाजपा विधायक और पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने गुरुवार को यह मामला उठाते हुए चिकित्सा मंत्री का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया. जहां उन्होंने कहा कि सर आपने सदन में कहा कि राजधानी जयपुर में संचालित राजकीय जयपुरिया अस्पताल में पिछली भाजपा सरकार ने कई सुविधाओं का विकास किया था, लेकिन आज हालत बहुत ही खराब है.
सर आप इस दौरान जयपुरिया अस्पताल में x-ray फिल्म खत्म होने और उससे मरीजों को होने वाली परेशानी का भी जिक्र किया. वहीं, आपने यह भी कहा कि अस्पताल परिसर में पीपीपी मोड पर इंटरनल अस्पताल को दिए गए एमआरआई, सीटी स्कैन सहित कई जांचों के काम में भी एमओयू के तहत बीपीएल और वरिष्ठ नागरिकों को निशुल्क सुविधा नहीं दी जा रही.
सराफ ने आगे कहा कि यहां निशुल्क एमआरआई कराने जा रहे बीपीएल और सीनियर सिटीजन मरीजों को 1 महीने की वेटिंग का समय दिया जाता है. जबकि पैसे देने पर हाथों-हाथ यह जांच कर दी जाती है. इसके साथ ही कालीचरण सराफ ने सदन में यह भी कहा कि पिछली वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में पिछली गहलोत सरकार के उन तमाम चिकित्सा योजनाओं को आगे बढ़ाने का काम किया जो सीधे तौर पर आम मरीजों से जुड़ी थी, फिर चाहे निशुल्क दवा योजना हो या जांच योजना. इस पर विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि अब देखना है कि इस पर मंत्री क्या जवाब देते हैं.