जयपुर. राजधानी जयपुर में पंचायतीराज जेईएन भर्ती कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव सहित 9 को पुलिस ने हिरासत में लिया है. प्रदेश में बुधवार को पंचायती राज जेईएन भर्ती की विज्ञप्ति जारी करने की मांग को लेकर बेरोजगार युवा पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा के आवास का घेराव करने पहुंचे थे. हालांकि अभ्यर्थियों को नेहरू बालोद्यान पर ही रोक दिया गया. यहां से उन्हें मुख्यमंत्री प्रमुख सचिव कुलदीप रांका से वार्ता हुई, जो विफल रही.
बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि कल भी जेल में डाला था, आज भी जेल में डाल रहे हैं. लेकिन युवा बेरोजगारों के लिए अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे. उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बार-बार गिरफ्तार करते हैं, उससे बेहतर है कि गोली ही मार दें, पीछा छूट जाएगा. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपील करते हुए कहा कि पंचायती राज जेईएन भर्ती पहले बजट की घोषणा है, जिसे पूरा करना चाहिए. युवा सुबह से बड़ी आस लगाकर यहां बैठे थे, लेकिन उसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला. मंत्रियों का लिखित समझौता, लखनऊ समझौता, गुजरात समझौता सरकार भूल चुकी है. खुद मंत्री रमेश मीणा ने मार्च 2022 को पंचायती राज जेईएन भर्ती करने की बात कही थी और आज वो खुद मिलने तक को तैयार नहीं, बीमारी का बहाना बनाकर गायब हो गए.
उपेन यादव ने कहा कि 'मंत्री जी' कह रहे हैं कि वो बीमार हैं, इसलिए युवा बेरोजगार उनको वादा याद दिलाने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने ही बीते साल विधानसभा में 2100 पदों पर पंचायती राज भर्ती निकालने का वादा किया था, जबकि ये भर्ती कांग्रेस सरकार के वर्तमान कार्यकाल की पहले बजट की घोषणा है. इससे पहले 2013 में पूर्ववर्ती शासनकाल में भी भर्ती निकाली थी, जिसे 2 करोड़ 19 लाख रुपए लेकर बीजेपी सरकार ने निरस्त कर दिया.
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार में आते ही दोबारा घोषणा की. इसके बाद मंत्रियों से लिखित समझौता हुआ. गुजरात में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस भर्ती को पूरा करने का आश्वासन दिया, लेकिन आज भी ये मांग अधूरी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस बार युवाओं के लिए बजट लाने वाले हैं. उनसे अपेक्षा है कि वो संविदा पर भर्तियां निकालने के बजाए नियमित भर्ती निकालेंगे. कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता भी संविदा पर भर्ती के पक्ष में नहीं हैं, फिर राजस्थान में कांग्रेसी संविदा की ओर अग्रसर हो रही है.
अभ्यर्थी पप्पू राम ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पंचायती राज जेईएन भर्ती की मांग को लेकर 6 बार राहुल गांधी से मुलाकात की. राहुल गांधी ने खुद मंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से सवाल किया था कि राजस्थान में कॉन्ट्रैक्ट बेस पर भर्ती क्यों हो रही है? साथ ही उनको पंचायती राज जेईएन भर्ती का ज्ञापन देते हुए इसे नियमित करने के लिए कहा था. उन्होंने बताया कि इसके साथ की गईं विभिन्न घोषणाओं को मूर्त रूप दे दिया गया, लेकिन भर्ती की वित्तीय स्वीकृति अब तक जारी नहीं की गई.
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एक अन्य अभ्यर्थी नग्गाराम ने कहा कि गुजरात में आंदोलन के दौरान जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता हुई थी तो उन्होंने खुद बोनस अंक प्लस लिखित परीक्षा के आधार पर 2100 पदों पर नियमित भर्ती करने का आश्वासन दिया था. इसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. मुख्यमंत्री प्रमुख सचिव कुलदीप रांका से इस संबंध में एक दौर की वार्ता भी हुई, लेकिन दूसरे दौर की वार्ता अभी भी अधूरी है.
महिला अभ्यर्थी मीना राठौड़ ने कहा कि 2013 से ये भर्ती लंबित चल रही है. कई अभ्यर्थी इसकी नियमित पढ़ाई भी कर रहे हैं. उन्होंने सरकार से इस बजट घोषणा को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की ताकि पढ़ने वाले अभ्यर्थी को सरकारी नौकरी का मौका मिले. उन्होंने कहा कि कई अभ्यर्थी विपरीत परिस्थितियों में पढ़ाई कर रहे हैं, कुछ पुरुष अभ्यर्थी तो पढ़ते हैं, संघर्ष करते हैं, डंडे खाते हैं और फिर भी दोबारा आते हैं.