जयपुर. जल जीवन मिशन घोटाले के आरोपी पीएचईडी के ठेकेदार पदमचंद जैन की बेनामी संपत्ति और सोने पर डाका डालने के सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए चौमूं थाना पुलिस ने साजिश के मुख्य सूत्रधार सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से करीब 60 लाख रुपए का एक किलो सोना और बड़ी संख्या में बेनामी संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए हैं. इनमें करीब 50 करोड़ रुपए की संपत्ति के दस्तावेज शामिल हैं.
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर बताया कि जल जीवन मिशन घोटाले में आरोपी ठेकेदार पदमचंद जैन ने एसीबी और ईडी की छापेमारी से बचने के लिए बड़ी संख्या में अपनी बेनामी संपत्ति के दस्तावेज और सोना चौमूं में अपने रिश्तेदार के घर पर रखवाए थे. यह दस्तावेज तीन ट्रॉली बैग में भरकर रखे गए थे. जहां यह दस्तावेज व सोना रखा हुआ था. वहां 29 सितंबर को दिनदहाड़े चार बदमाशों ने डकैती की और दस्तावेज और सोना ले गए थे. पुलिस ने इस मामले में चौमूं निवासी केशव सोनी, जयपुर के वीकेआई निवासी कुलदीप सिंह शेखावत, झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी निवासी अशोक कुमार सैन, बीकानेर के करणीसर गांव निवासी भैरू सिंह भाटी और झुंझुनूं जिले के झाझड़ गांव निवासी लोकेश सिंह को गिरफ्तार किया है.
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बेटे के ससुराल में परिचित के घर पर छुपाए थे दस्तावेज: पदमचंद जैन के बेटे पीयूष जैन का ससुराल चौमूं में है. जहां श्रवण कुमार अग्रवाल के घर पर बेनामी संपत्ति के दस्तावेज और सोना रखा गया था. बदमाशों ने श्रवण सिंह के घर में घुसकर उसे बंधक बनाया और पिस्टल तानकर डराया. इसके बाद वे दस्तावेज भरे तीन ट्रॉली बैग लेकर भाग गए. इस दौरान उन्होंने फायरिंग भी की.
केशव सोनी ने बदमाशों के साथ मिलकर रची साजिश: गिरफ्तार बदमाशों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि केशव सोनी को अपने किसी परिचित के जरिए पदमचंद जैन के बेनामी संपत्ति संपत्ति के दस्तावेज और सोने-चांदी के जेवरात चौमूं में शिफ्ट होने की जानकारी मिलने पर उसने रैकी की. इसके बाद उसने 5 लाख रुपए में भैरू सिंह, कुलदीप सिंह, अशोक सैनी और लोकेश सिंह को वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार कर लिया.
कुल्लू-मनाली घूमने गए, माल बेचने की फिराक में धरे गए: कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि इस वारदात में शामिल भैरू सिंह टैक्सी ड्राइवर है. उसने अपने जानकर वेदप्रकाश यादव से उज्जैन जाने के लिए क्रेटा गाड़ी दो दिन के लिए मांगकर ली. इसके बाद उन्होंने गाड़ी की नंबर प्लेट बदलकर वारदात को अंजाम दिया और वेदप्रकाश को गाड़ी नहीं लौटाई. वारदात के बाद बदमाश अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर फरारी काटने कुल्लू-मनाली चले गए. वापस आकर ये माल बेचने की फिराक में थे. तभी पुलिस ने उन्हें जयपुर में 200 फीट बाईपास के पास से धर दबोचा.
हवाला रकम की लूट में शामिल था कुलदीप: डकैती की वारदात में पकड़े गए अशोक सैनी के खिलाफ उदयपुरवाटी में दो मुकदमें दर्ज हैं. जबकि कुलदीप उर्फ केडी शातिर अपराधी है. जो जोधपुर में हवाला की रकम की लूट में भी शामिल था. उसके खिलाफ सीकर, झुंझुनूं और जोधपुर में चार मुकदमें दर्ज हैं. जबकि लोकेश के खिलाफ भी सीकर और झुंझुनूं में दो मुकदमे दर्ज हैं.