जयपुर. राजधानी में बीते कुछ समय से सरकारी अस्पतालों में ब्लड की कमी देखने को मिल रही है. जिसके बाद जयपुर के जनाना अस्पताल (janana hospital jaipur) में एक अनूठी मुहिम शुरू की गई है. जिसके तहत रक्तदान करने वाले रक्त दाताओं को अस्पताल में वैक्सीनेशन कार्यक्रम में प्राथमिकता दी जाएगी.
मामले को लेकर एसएमएस अस्पताल के ब्लड बैंक के विभागाध्यक्ष डॉ अमित शर्मा का कहना है कि लॉकडाउन और वैक्सीनेशन कार्यक्रम के चलते रक्तदान शिविर नहीं लग पा रहे हैं. ऐसे में जरूरतमंद मरीजों को रक्त उपलब्ध नहीं हो पा रहा. खासकर कैंसर और थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों के लिए. इसके अलावा अस्पताल में भर्ती प्रसूताओं को भी रक्त की जरूरत पड़ रही है. जिसके बाद जनाना अस्पताल में रक्तदान के बदले वैक्सीन की मुहिम शुरू की गई है. आमतौर पर जनाना अस्पताल में 10 से 15 यूनिट ब्लड की जरूरत हर दिन पड़ती है लेकिन इस मुहिम के बाद तकरीबन पिछले 50 यूनिट से अधिक ब्लड एकत्रित किया जा चुका है.
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दरअसल 18 से 44 वर्ष की आयु के लोग सबसे अधिक रक्तदान करते हैं. और हाल ही में इस उम्र के लाभार्थियों को सरकार की ओर से वैक्सीन भी लगाई जा रही है. हालांकि वैक्सीनेशन कार्यक्रम के चलते रक्तदान में भी कमी देखने को मिली है क्योंकि वैक्सीन की दूसरी डोज लगने के 14 दिन बाद ही व्यक्ति रक्तदान कर सकता है. ऐसे में रक्त की कमी को देखते हुए जनाना अस्पताल की ओर से एक मुहिम शुरू की गई है जिसके तहत 18 वर्ष से अधिक उम्र के युवा यदि रक्तदान करते हैं, तो उन्हें वैक्सीनेशन कार्यक्रम में प्राथमिकता दी जाएगी. यानी रक्तदान के बाद रक्तदाता को अस्पताल की ओर से वैक्सीन लगाई जाएगी.