जयपुर. आरपीएससी पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एंट्री के साथ ही प्रदेश में एक बार फिर सियासत गरमा गई है. बीजेपी को फिर राज्य सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया है, तो कांग्रेस चुनावों के वक्त एंट्री पर सवाल उठाए हैं. ईडी की एंट्री और एक साथ 27 से ज्यादा ठिकानों पर चल रही कार्रवाई के बाद अब राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा समेत बीजेपी के सभी बड़े नेताओं ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया. बीजेपी ने कहा कि ईडी की जांच से युवा बेरोजगारों के सपनों को बेचने वाले माफियाओं में ही सिर्फ दहशत नहीं है बल्कि प्रदेश सरकार के मुखिया तक भी घबराए हुए हैं. घबराहट और आरोप-प्रत्यारोप क्यों ? जब बेनाम धन घूमेगा तो ईडी भी आएगी और इनकम टैक्स भी आएगी. मुख्यमंत्री छोटी मछलियों पर कार्रवाई का दिखावा कर लीपापोती में जुटे हैं, लेकिन बड़े मगरमच्छ पकड़ से अभी दूर हैं.
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बड़े मगरमछ सामने आएंगेः आरपीएससी पेपर लीक मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी ईडी की ओर से शुरु कर दी गई है. RPSC सदस्य बाबूलाल कटारा के डूंगरपुर स्थित आवास के अलावा जालौर, जयपुर, बाड़मेर और अजमेर समेत 27 ठिकानों पर ईडी द्वारा जांच की जा रही है. ईडी की जांच की खबर सामने आने के साथ ही राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि ईडी की जांच से युवा बेरोजगारों के सपनों को बेचने वाले नकल माफिया दहशत में है. अब इन्हें संरक्षण दे रही राज्य सरकार को भी डर सता रहा है कि सच सामने आ गया तो खुद को गांधीवादी कहने वाले मुख्यमंत्री की पोल खुल जाएगी.
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कई बड़ों का राजदार है सुरेश ढाकाः उन्होंने कहा कि मैंने सुबूतों के साथ खुलासा किया कि पूर्ववर्ती तंत्र नकल माफिया के चंगुल में है. एक भी भर्ती ऐसी नहीं हुई, जिसमें नकल न हुई हो. उन्होंने कहा कि मैंने बार-बार मुख्यमंत्री से CBI जांच का निवेदन किया था. उन्होंने इस मांग को नहीं माना, क्योंकि सरकार ही शीर्ष स्तर पर पेपर लीक में शामिल है. मुख्यमंत्री छोटी मछलियों पर कार्रवाई का दिखावा कर लीपापोती में जुटे हैं, लेकिन बड़े मगरमच्छ पकड़ से दूर हैं. सुरेश ढाका कई बड़े मगरमच्छों का राजदार है. इसलिए एसओजी उसे पकड़ नहीं रही, लेकिन अब ईडी पूरा पर्दाफाश कर देगी. किरोड़ीलाल ने कहा मुंह से खाए को नाक से निकाल लेगी.
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जब बेनाम धन घूमेगा तो ईडी आएगीः नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पूर्व में राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा ने प्रमाण और तथ्यों के साथ में कई बार पेपर लीक मामले में भ्रष्टाचार को उजागर किया था. आरपीएससी के बड़े अधिकारियों और राजनीतिक लोगों के बड़े नामों का खुलासा किया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. अब ईडी की कार्रवाई शुरू हो गई तो विचलित क्यों होना. कानून अपना काम कर रहा है. कानून को अपना काम करना चाहिए. इससे सरकार क्यों घबरा रही है ? राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में जिस तरह से नौकरियों को लूटने का काम लोगों ने किया. पेपर बेचने का काम हुआ हो और उसमें लाखों करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हो तो जांच तो होनी ही चाहिए. जब बेनाम धन घूमेगा तो ईडी भी आएगी और इनकम टैक्स भी आएगी.
जांच में राजनीतिक द्वेष कहांः राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में जो सबसे बड़ा घोटाला है. वह है युवाओं के साथ पेपर लीक को लेकर. पेपर बार-बार लीक होना और बार-बार परीक्षा रद्द होना, युवाओं के सपने को तोड़ना है. पेपर लीक जैसा कांड किसी भी राज्य में नहीं हुआ जबकि राजस्थान इंडस्ट्री बन गया पेपर माफियाओं की. राठौड़ ने कहा कि छोटे-छोटे लोगों के ऊपर कार्रवाई होती रही है. ऐसा पहली बार है जब एजेंसी ने जांच करने के लिए रेड शुरू की है. अभी तो मात्र शुरुआत है. उसके ऊपर लगातार कार्रवाई होगी जो जांच एजेंसी है उसको पूरी छूट दी गई है. राज्य सरकार ने अड़चन नहीं डाली तो बहुत ऊपर तक उसकी पहुंच रहेगी. राठौड़ ने सीएम अशोक गहलोत पर पटलवार करते हुए कहा कि ये सब राजनीतिक द्वेष से हो रहा हैं, ऐसा नहीं है लाखों बेरोजगारों के साथ धोखा हुआ है. अब वक्त आया है इन्हे इंसाफ मिलेगा. अब तक प्रदेश में चोरी करने वाले ही जांच कर रहे थे.