जयपुर. राजधानी जयपुर के शास्त्री नगर इलाके में एक बार फिर बाल श्रम का (Jaipur Police Raid on bangle factory) मामला सामने आया है. पुलिस ने गुरुवार को चूड़ी कारखाने में छापामार कार्रवाई को अंजाम देकर 8 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है. पुलिस की टीम को देखकर बच्चे रोने लगे. सभी बच्चे बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं. डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि शास्त्री नगर थाना इलाके के नाहरी का नाका क्षेत्र में एक चूड़ी कारखाने से 8 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया गया है.
इनकी उम्र 10 से 15 साल के बीच की है. बाल श्रमिकों ने बताया कि उनसे 16 से 18 घंटे काम करवाया जा रहा था. समय पर खाना-पीना भी नहीं दिया जा रहा था. सभी बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं. परिजनों को कुछ रुपए देकर दलाल बच्चों को जयपुर लाया आया था. यहां उनसे चूड़ी कारखाने में काम करवाया जा रहा था. बच्चों के परिजनों से कहा गया था कि उनके बच्चों को पढ़ाई के साथ काम भी सिखाया जाएगा. इनका भविष्य बनाया जाएगा. बच्चों से चूड़ी कारखाने में काम करवाने वाले और बिहार से बच्चों को लाने वाले मोहम्मद चांद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस देख रोने लगे बाल श्रमिक : पूछताछ में सामने आया है कि बिहार से लाने के बाद उन्हें 2 दिन तक अच्छा खाना (8 child laborers freed from bangle factory) और कपड़े दिए गए. इसके बाद 16 से 18 घंटे काम करवाया जा रहा था. कमरे से बाहर भी नहीं निकलने दिया जाता था. बाल श्रमिक पुलिस को देख रोने लगे और अपने माता-पिता के पास भेजने की गुहार लगाने लगे. पुलिस ने एक एनजीओ की मदद से बच्चों को मुक्त करवाने में सफलता हासिल की है. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.