जयपुर. राजधानी जयपुर से चार दिन पहले अपहरण कर बनास नदी के टीलों में बंधक बनाकर रखे गए युवक को पुलिस ने मुक्त करा लिया है. बदमाशों ने उसकी पत्नी से पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी थी. इस मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बदमाशों ने पुलिस को चकमा देने के लिए युवक को बनास नदी के टीलों में बंधक बनाकर रखा था. वे बदमाश फिरौती के लिए कॉल भी उस जगह से काफी दूर हाईवे पर आकर करते थे, ताकि पुलिस मोबाइल को ट्रेस करने के बाद भी उन तक नहीं पहुंच पाए.
डीसीपी (पूर्व) ज्ञानचंद यादव ने बताया कि 19 मई को शाम करीब 4.35 बजे बदमाशों ने सांगानेर पुलिया के पास से सांगानेर के गांधी विहार निवासी आशीष मीना का अपहरण कर लिया था. बदमाशों ने आशीष की पत्नी कल्पना मीना को कॉल कर पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी थी. फिरौती की रकम नहीं देने पर आशीष के साथ मारपीट की धमकी दी. कल्पना मीना की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया.
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साथ ही सहायक पुलिस आयुक्त, सांगानेर रामसिंह और सांगानेर थानाधिकारी महेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में टीम गठित की गई. इन टीमों ने सीसीटीवी फुटेज, मुखबिरों से मिली जानकारी और फिरौती के लिए किए जा रहे कॉल्स का तकनीकी विश्लेषण किया तो जानकारी मिली कि बदमाशों ने आशीष मीना को बनास नदी में टीलों के बीच छुपाकर रखा है. बनास नदी और आसपास के जंगलों में लगातार सर्च ऑपरेशन कर पुलिस ने सवाई माधोपुर के कीरपुरा निवासी हंसराज केवट, मनराज कीर, नेहरू कीर और सवाई माधोपुर जिले के दहलोदा निवासी विश्राम केवट को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आशीष मीना को सकुशल छुड़ाने में भी सफलता हासिल की है.