जयपुर. राजधानी की सांगानेर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए तीन जैन मंदिरों में हुई नकबजनी की वारदातों का खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही तीन बाल अपचारियों को निरुद्ध किया गया है. जिनके पास से वारदात में प्रयुक्त एक वाहन भी जब्त किया गया है. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि पूर्व मे भी आरोपी व बाल अपचारी सांगानेर, मानसरोवर व शिप्रा पथ थाने में पकड़े जा चुके हैं.
फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, जिसमें अनेक वारदातों का खुलासा होने की संभावना है. पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व डॉ. राजीव पचार ने बताया कि सांगानेर थाना पुलिस ने तीन जैन मंदिरों में नकबजनी की वारदात को अंजाम देने वाले शातिर चोर करण कुमार उर्फ डेल्लु निवासी स्वर्ण पथ मानसरोवर को गिरफ्तार किया है, साथ ही इस वारदात में लिप्त तीन बाल अपचारियों को निरुद्ध किया गया है.
मंदिरों में नकबजनी की वारदातों को अंजाम देने से पहले चुराते वाहन : पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी जैन मंदिरों की दिन में रेकी करके रात्रि के वक्त चोरी करते हैं. चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी पहले किसी स्थान से दोपहिया वाहन चुराते और उसी वाहन का चोरी की वारदात को अंजाम देने में प्रयोग करते. जैन मंदिर से चुराई गई राशि और अन्य सामान को आपस में बांटने के बाद आरोपी नशे की पूर्ति करते हो और मौज मस्ती में रुपये उड़ा देते. गिरोह में बाल अपचारियों को इसलिए रखा जाता ताकि उन पर किसी को शक ना हो. पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है और जैन मंदिर से चुराई गई बेशकीमती मूर्ति व अन्य सामान गिरोह के सदस्य किस को बेचते इसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है.
उत्तराखंड की गुडबाजी गैंग का शातिर बदमाश गिरफ्तार : वहीं, एक दूसरे मामले में राजधानी की गलता गेट थाना पुलिस ने शनिवार रात ही एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए उत्तराखंड की गुडबाजी गैंग के एक शातिर बदमाश को बापर्दा गिरफ्तार किया है. गुडबाजी गैंग के सदस्य तंत्र विद्या का डर दिखाकर महिलाओं से गहने-कैश लूट की वारदात को अंजाम देते हैं. फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ करने के साथ ही गैंग के फरार चल रहे अन्य बदमाशों की तलाश कर रही है. डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि गलता गेट थाना पुलिस ने उत्तराखंड की गुडबाजी गैंग के बदमाश इकबाल अली (27) निवासी गदरपुर उधम सिंह (उत्तराखंड) को गिरफ्तार किया है. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गैंग के बदमाश तंत्र विद्या का डर दिखाकर सुनसान जगह पर मिलने वाली महिलाओं को अपना निशाना बनाते हैं और गहने-कैश लूट लेते हैं.
गैंग इस तरह से देती है वारदात को अंजाम : योजना के तहत गैंग के बदमाश अपने ठिकानों से बाइक लेकर निकलते है और फिर सुनसान जगह पर अकेली महिला को चिन्हित करते हैं. गैंग का एक बदमाश उस महिला से बातचीत कर उसे गुमराह करता है और अपने आपको हरिद्वार-वृंदावन से आना बताता है. बातों के जाल में फंसाकर महिला से उसकी और उसके परिवार की हिस्ट्री जान लेता है. इसके बाद परिवार के सदस्यों की अकाल मृत्यु का भय दिखाकर महिला को डराया जाता है. फिर महिला से माताजी की पूजा-पाठ के नाम पर गहने, कैश और कीमती सामान लूटकर बदमाश अपने साथी के साथ फरार हो जाता है.