जयपुर. 29 सितंबर 2023 को परकोटा क्षेत्र में हुई घटना की निष्पक्ष जांच, निर्दोषों को रिहा करने और घटना को साम्प्रदायिक रूप देने वालों जांच करने जैसी मांगों को लेकर अब जयपुर बचाओ संघर्ष समिति ने जयपुर बंद कर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. हालांकि, इससे पहले समिति के आह्वान पर मंगलवार को 1100 मंदिरों में हनुमान चालीसा कर प्रशासन को दिए 8 सूत्री मांग पत्र पर ध्यान आकर्षण कराया जाएगा.
राजधानी के परकोटा क्षेत्र में दुर्घटना को सांप्रदायिक हिंसा का नाम देने, घटना के बाद जयपुर में असामाजिक तत्वों की ओर से तोड़फोड़ और आगजनी के विरोध में 4 अक्टूबर को बड़ी चौपड़ पर विशाल धरना दिया गया था. उस वक्त जयपुर बचाओ संघर्ष समिति ने 8 मांगे प्रशासन के सामने रखी थी, जिन पर अब तक कार्रवाई नहीं होने के चलते अब प्रशासन का ध्यान आकर्षण कराने और छोटी काशी में सौहार्द बना रहे इसके लिए हनुमत शक्ति जागरण के नाम से 1100 मंदिरों में सामूहिक हनुमान चालीसा की जाएगी.
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समिति संयोजक राजकुमार गुप्ता ने बताया कि 17 अक्टूबर मंगलवार को मंदिरों में सामूहिक हनुमान चालीसा की जाएगी. हनुमान चालीसा के कार्यक्रमों के जरिए पूरे समाज की शक्ति का जागरण करने का कार्य समिति और सामाजिक संगठनों की ओर से किया जाएगा. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि जयपुर की शांति-व्यवस्था से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा. प्रशासन ने जयपुर बचाओ संघर्ष समिति की 8 मांगों का समाधान नहीं किया तो जयपुर बंद कर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
ये हैं प्रमुख मांगें :
- 29 सितम्बर, 2023 की सम्पूर्ण घटना की निष्पक्ष जांच की जाए.
- निर्दोष व्यक्तियों को तत्काल रिहा किया जाए.
- घटना को साम्प्रदायिक रूप देने वालों जांच की जाए. दोषी पाए जाने पर उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए.
- जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाये तब तक दिया गया मुआवजा वापस लिया जाए.
- यदि सरकार इस एक्सिडेंट में हुई घटना को मुआवजा देती है तो अन्य वास्तव में हुई साम्प्रदायिक घटनाओं के पीड़ितों को भी मुआवजा दिया जाए.
- जयपुर में बाहर से आये हुए फुटकर व्यापारी, ई-रिक्शा, रेडी, ठेलेवाले, स्ट्रीट वेन्डर्स की आईडी बनाई जाए. उनके बैकग्राउंड की जांच करने का अभियान चलाया जाए.
- शहर में रात 10:30 बजे बाद जगह-जगह झुण्डों में बैठने वाले और तेज बाइक चालने वाले युवकों पर पुलिस कार्रवाई सुनिश्चित करें.