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नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल करेगी श्रमिकों को 'निपुण', ऑनसाइट मिलेगा प्रशिक्षण - हाउसिंग बोर्ड को बनाया नोडल एजेंसी

राजस्थान की राजधानी जयपुर से दिहाड़ी मजदूरों के लिए एक अच्छी कौशल विकास योजना प्रारंभ की गई है. इसके तहत 20 हजार श्रमिकों को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए मंगलवार को राजस्थान आवासन मंडल और नरेडको के बीच एक एमओयू भी साइन किया गया है.

jaipur national real estate development council
नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल करेगी श्रमिकों को निपुण
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Published : May 2, 2023, 8:12 PM IST

जयपुर. राजस्थान आवासन मंडल नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (नरेडको) के सहयोग से प्रदेश के 20 हजार श्रमिकों को ऑन साइट कौशल प्रशिक्षण देगा. खास बात ये है कि श्रमिकों को प्रशिक्षण सर्टिफिकेट के साथ-साथ 500 रुपए का मानदेय भी दिया जाएगा. इसे लेकर मंगलवार को दोनों संस्थानों के बीच एमओयू भी साइन हुआ. जिसके अनुसार आगामी 2 वर्षों में 'निपुण' (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर प्रमोशन ऑफ अपस्किलिंग ऑफ निर्माण वर्कर्स) कार्यक्रम के तहत श्रमिकों को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा.

हाउसिंग बोर्ड को बनाया नोडल एजेंसीः हाउसिंग बोर्ड मुख्यालय पर मंगलवार को नरेडको के वाइस प्रेसिडेंट अशोक पाटनी, डिप्टी डायरेक्टर नीलाभ गंगवार और आवासन मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा की मौजूदगी में निपुण कार्यक्रम के तहत एमओयू साइन किया गया. नरेडको के वाइस प्रेसिडेंट के अनुसार इस प्रशिक्षण के लिए काउंसिल ने हाउसिंग बोर्ड को नोडल एजेंसी बनाया गया है. योजना के तहत है पहले चरण में हाउसिंग बोर्ड की 150 से ज्यादा परियोजनाओं से जुड़े हजारों श्रमिकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके बाद प्रदेश की अन्य संस्थाओं को भी जोड़ा जाएगा. प्रशिक्षण के बाद श्रमिकों का 3 साल के लिए 2 लाख का निशुल्क दुर्घटना बीमा भी करवाया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः Jaipur Minorities: कौशल विकास योजना शुरू, युवा सीखेंगे विदेशी भाषाएं,बनेंगे आर्थिक रूप से मजबूत

प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगीः आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड देश में पहली ऐसी संस्था बनेगी जो दिहाड़ी पर आने वाले श्रमिकों को नरेडको के सहयोग से प्रोफेशनल तरीके से प्रशिक्षित करेगी. ये प्रशिक्षण चल रहे काम के दौरान ऑन साइट ही दिया जाएगा. इससे निर्माण कार्य में बाधा नहीं आएगी. प्रशिक्षण खत्म होने पर श्रमिकों को नरेडको की ओर से प्रमाण पत्र और 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी. वहीं प्रशिक्षण लेने के बाद श्रमिक अकुशल से कुशल की श्रेणी में आ जाएंगे, इससे उनका मानदेय भी बढ़ेगा.

श्रमिकों को प्रशिक्षण से ये मिलेगा फायदा:

  1. प्रशिक्षण में सफल उम्मीदवारों को सरकार से मिलेगा सर्टिफिकेट.
  2. श्रमिक अकुशल से कुशल श्रेणी में आएंगे, बढ़ेगा पारिश्रमिक.
  3. श्रमिकों को मिलेगी नरेडको से प्रमाण पत्र और 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि.
  4. 3 साल तक निशुल्क दुर्घटना बीमा.
  5. नई स्किल सीखने के साथ नए उपकरण और तकनीकों की मिलेगी जानकारी.

जयपुर. राजस्थान आवासन मंडल नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (नरेडको) के सहयोग से प्रदेश के 20 हजार श्रमिकों को ऑन साइट कौशल प्रशिक्षण देगा. खास बात ये है कि श्रमिकों को प्रशिक्षण सर्टिफिकेट के साथ-साथ 500 रुपए का मानदेय भी दिया जाएगा. इसे लेकर मंगलवार को दोनों संस्थानों के बीच एमओयू भी साइन हुआ. जिसके अनुसार आगामी 2 वर्षों में 'निपुण' (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर प्रमोशन ऑफ अपस्किलिंग ऑफ निर्माण वर्कर्स) कार्यक्रम के तहत श्रमिकों को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा.

हाउसिंग बोर्ड को बनाया नोडल एजेंसीः हाउसिंग बोर्ड मुख्यालय पर मंगलवार को नरेडको के वाइस प्रेसिडेंट अशोक पाटनी, डिप्टी डायरेक्टर नीलाभ गंगवार और आवासन मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा की मौजूदगी में निपुण कार्यक्रम के तहत एमओयू साइन किया गया. नरेडको के वाइस प्रेसिडेंट के अनुसार इस प्रशिक्षण के लिए काउंसिल ने हाउसिंग बोर्ड को नोडल एजेंसी बनाया गया है. योजना के तहत है पहले चरण में हाउसिंग बोर्ड की 150 से ज्यादा परियोजनाओं से जुड़े हजारों श्रमिकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके बाद प्रदेश की अन्य संस्थाओं को भी जोड़ा जाएगा. प्रशिक्षण के बाद श्रमिकों का 3 साल के लिए 2 लाख का निशुल्क दुर्घटना बीमा भी करवाया जाएगा.

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प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगीः आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड देश में पहली ऐसी संस्था बनेगी जो दिहाड़ी पर आने वाले श्रमिकों को नरेडको के सहयोग से प्रोफेशनल तरीके से प्रशिक्षित करेगी. ये प्रशिक्षण चल रहे काम के दौरान ऑन साइट ही दिया जाएगा. इससे निर्माण कार्य में बाधा नहीं आएगी. प्रशिक्षण खत्म होने पर श्रमिकों को नरेडको की ओर से प्रमाण पत्र और 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी. वहीं प्रशिक्षण लेने के बाद श्रमिक अकुशल से कुशल की श्रेणी में आ जाएंगे, इससे उनका मानदेय भी बढ़ेगा.

श्रमिकों को प्रशिक्षण से ये मिलेगा फायदा:

  1. प्रशिक्षण में सफल उम्मीदवारों को सरकार से मिलेगा सर्टिफिकेट.
  2. श्रमिक अकुशल से कुशल श्रेणी में आएंगे, बढ़ेगा पारिश्रमिक.
  3. श्रमिकों को मिलेगी नरेडको से प्रमाण पत्र और 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि.
  4. 3 साल तक निशुल्क दुर्घटना बीमा.
  5. नई स्किल सीखने के साथ नए उपकरण और तकनीकों की मिलेगी जानकारी.
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