जयपुर. गुलाबी शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जयपुर नगर निगम अब हर सप्ताह जोन वाइज विशेष अभियान चलाएगा. जिसकी शुरुआत निगम प्रशासन ने मोती डूंगरी जोन से की. जिसमें निगम के आयुक्त सहित अन्य अधिकारी भी फील्ड में उतरे. और सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए दौरा किया.
दरअसल, स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के दौरान जयपुर नगर निगम ने रैंकिंग सुधारने के लिए काफी जद्दोजहद की. बावजूद इसके निगम को 5 पायदान का नुकसान हुआ. और इसके बाद से तो मानो शहर में सफाई की गाड़ी पटरी से ही उतर गई हो. शहर के सभी 8 जोन में सड़क पर कचरा डिपो, डोर टू डोर कचरा संग्रहण गाड़ी का नहीं पहुंचना जैसी कई अनियमितताएं देखने को मिली. इस संबंध में ईटीवी भारत ने भी कई बार अपनी खबर के जरिए नगर निगम को वास्तविकता से रूबरू कराया.
शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अब निगम ने जोन वाइज विशेष सफाई अभियान शुरू किया है. जिसके तहत संबंधित जोन में बीवीजी के संसाधनों के अलावा निगम अपने संसाधन उतारकर सफाई करेगा. इसके लिए निगम प्रशासन हर वार्ड में अतिरिक्त सफाई कर्मचारी लगाने के साथ दो-दो हुपर लगाएगा. जोन वाइज जेसीबी, ट्रैक्टर-ट्रॉली की एक-एक यूनिट भी उपलब्ध कराई जाएगी.
जयपुर निगम के इस अभियान की शुरुआत शहर के मोती डूंगरी जोन से हुई. इस दौरान निगम आयुक्त के साथ ही अन्य अधिकारी फिल्ड में उतरे. एडिशनल कमिश्नर अरुण गर्ग ने बताया कि हर सप्ताह एक जोन को तय कर वहां के तमाम वार्ड का निरीक्षण किया जाएगा. और सफाई करवाने के दौरान कमियों को ढूंढकर उनका निस्तारण करने के लिए प्लान तैयार किए जाएंगे.
जयपुर नगर निगम का स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान प्रथम आने का लक्ष्य था. लेकिन रैंक आई 44वीं. ऐसे में अब आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण में निगम किसी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहता. यही वजह है कि अभी से जोन वाइज विशेष सफाई अभियान शुरू कर दिया गया. अब ये देखने वाली बात होगी कि निगम का विशेष अभियान सिर्फ कागजों में सीमित रहेगा या धरातल पर शहर को इससे कुछ फायदा मिलेगा.