जयपुर. जयपुर बम ब्लास्ट केस में भले ही आरोपियों को हाईकोर्ट से राहत मिल गई हो, लेकिन प्रदेश भाजपा ने इसे सियासी मुद्दा बना लिया है. पार्टी के नेता इसको लेकर लगातार राज्य की गहलोत सरकार पर हमले कर रहे हैं. साथ ही आरोप लगाया जा रहा है कि सही तरीके से कोर्ट में मामले की पैरवी न होने के कारण ही आरोपी फांसी की सजा से बच गए. वहीं, शुक्रवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी के बाद शनिवार को नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इन बम धमाकों से प्रभावित लोगों से मुलाकात की. साथ ही बताया गया कि 9 अप्रैल तक भाजपा के नेता और कार्यकर्ता जयपुर बम ब्लास्ट के मृतकों व घायलों के परिजनों से मुलाकात करेंगे.
इसके बाद 12 अप्रैल को शाम 4 बजे जयपुर के बम धमाकों के प्रभावितों के साथ रामलीला मैदान में एक सभा का आयोजन होगा. इसके बाद सभी प्रभावित परिवारों के साथ पार्टी के नेता व कार्यकर्ता सांगानेरी गेट स्थित हनुमान मंदिर तक कैंडल मार्च निकालेंगे. प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार ने आज 12 दिन गुजर जाने के बाद भी सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर नहीं की है. उन्होंने कहा कि अगर इन आरोपियों पर केस पेंडिंग नहीं होता तो सभी आरोपी अभी जेल से बाहर होते.
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अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि एक ओर तो सरकार इसमें एसएलपी दायर करने की बात कहती नजर आई तो दूसरी ओर 12 दिन गुजर जाने के बाद भी सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कोई एसएलपी दायर नहीं हुई है. ऐसे में अब राजस्थान भाजपा बम धमाकों में मृतकों के परिजनों और घायलों को साथ लेकर उनकी ओर से सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर करने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि इसके लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं से मिलकर पेपर वर्क किया जा रहा है.