जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के औषधि नियंत्रक संगठन ने बगरू में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. विभाग ने यहां पर आयुर्वेदिक दवाओं में एलोपैथिक दवाएं मिलाकर बेचने की सूचना पर कार्रवाई की है.
औषधि नियंत्रक संगठन राजाराम शर्मा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक आयुर्वेदिक निर्माता फर्म जो आयुर्वेदिक औषधियों में एलोपैथिक दवाएं मिलाकर बेच रही है. इसके बाद विभाग ने दवाइयों के नमूने लेकर जांच करवाई तो पता चला कि आयुर्वेदिक औषधियों में एलोपैथिक दवा मिलाकर बेची जा रही है.
फैक्ट्री में निर्मित संदेहास्पद आयुर्वेदिक औषधियों को जब प्रयोगशाला में जांच करवा कर देखा तो पता चला कि दवा में मेटफार्मिन हाइड्रोक्लोराइड पाई गई, जो डायबिटीज की दवा है. इस डायबिटीज की दवा को आयुर्वेद औषधियों में काम आने वाली दो अन्य कंपनियों के फर्मों में मिलाकर बेचा जा रहा था.
वहीं इन दवाइयों को आयुर्वेदिक बताकर बेचा जा रहा था. इन दवाइयों को बाजार में पैक करके एक हजार से लेकर दो हजार रुपए के दामों में बेचा जा रहा था. इन कीमतों के आधार पर पकड़ी गई कैप्सूल और दवाइयों की कीमत करीब आठ करोड़ से अधिक बताई जा रही है.