जयपुर. राजस्थान के अधिकांश इलाकों में बिपरजॉय तूफान का असर दिखाई दे रहा है. पश्चिमी राजस्थान के कई इलाकों में तूफान के असर से भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में पानी भर गया है और बढ़ के हालात हैं. ऐसे में वहां तैनात स्टेट डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एसडीआरएफ) के जवान फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हैं. जालोर जिले के भीनमाल कस्बे में निंबली तालाब ओवरफ्लो होने से ओड बस्ती में 39 लोग फंस गए. जिन्हें एसडीआरएफ ने नाव की मदद से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
एडीजी (एसडीआरएफ) आलोक कुमार वशिष्ठ ने बताया कि रविवार सुबह 10:50 बजे भीनमाल में निंबली तालाब ओवरफ्लो होने से ओड बस्ती में 39 लोगों के फंसे होने की सूचना मिलने पर एसडीआरएफ, अजमेर की टीम मौके पर पहुंची. पता चला कि तालाब ओवरफ्लो होने से बस्ती जलमग्न हो गई है और करीब 39 लोग फंस गए हैं. इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. इस पर टीम मोटर बोट से 300 फीट लंबे और करीब 30 फीट गहरे तालाब को पार कर मौके पर पहुंची. वहां फंसे हुए लोगों को लाइफ सेविंग जैकेट पहनाकर मोटर बोट की मदद से बाढ़ग्रस्त इलाके से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. इनमें 11 बच्चे, 20 महिलाएं और आठ पुरुष शामिल हैं.
धोरीमन्ना में जलमग्न इलाके से 20 लोग रेस्क्यूः एडीजी (एसडीआरएफ) आलोक कुमार वशिष्ठ ने बताया कि शनिवार को एसडीआरएफ ने बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना कस्बे में निचले इलाके में पानी भरने से घर जलमग्न हो गए और कई लोग फंस गए. इसकी जानकारी मिलने पर 11 जवानों की एक टीम को मौके पर भेजा गया. टीम मौके पर पहुंची तो कॉलोनी में तीन से पांच फीट तक पानी भरा हुआ था. इस टीम के सदस्यों ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन की मदद से लोगों को समझाइश कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. इस इलाके से रात तक 20 लोगों को निकाला गया.
एनडीआरएफ की टीमों ने भी संभाला मोर्चाः बिपरजॉय तूफान से तेज बारिश के कारण जालोर- पाली- सिरोही में हालात बिगड़े हुए हैं. सात एनडीआरएफ की टीमों ने इन इलाकों में मोर्चा संभाल लिया. जानकारी के मुताबिक जालोर जिले में तीन, पाली-सुमेरपुर में एक-एक एनडीआरएफ की टीमें लगाई गई हैं. सिरोही-शिवगंज में एक टीम और राजसमंद में एक कंपनी तैनात की गई है. पाली और जालोर में रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर भेजे गए. वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें पूरी मुस्तैदी से जुटी हुई हैं.