जयपुर. राजधानी के बिरला ऑडिटोरियम में राज्य स्तरीय हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया. भाषा एवं पुस्तकालय विभाग की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय हिंदी दिवस समारोह में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे. साथ ही उच्च शिक्षा विभाग राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, स्कूल शिक्षा, भाषा एवं पुस्तकालय और पंचायती राज विभाग के शासन सचिव नवीन जैन, गांधी शांति प्रतिष्ठान नई दिल्ली के निदेशक कुमार प्रशांत ने शिरकत की. हिंदी दिवस समारोह में 100 प्रतिशत अंक लाने वाले करीब 400 स्कूली छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया.
शिक्षा मंत्री बीड़ी कल्ला ने कहा कि हम विदेश में भी जाते हैं, तो वहां भी अपनी मातृभाषा हिंदी को महत्व देना चाहिए. सभी को मिलकर हिंदी का प्रचार-प्रसार करना चाहिए. भाषा जोड़ने की कड़ी होती है. हिंदी भाषा के माध्यम से हम सभी को एक रखने का प्रयास कर सकते हैं. कल्ला ने कहा कि बोलचाल की भाषा में सभी लोग हिंदी को अपनाएं. पूरा देश भाषा के नाम पर एक जुट हो, इसके लिए हमको हिंदी भाषा सीखनी चाहिए.
राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित करने का प्रस्ताव: प्रदेश में हिंदी भाषा को मान्यता देने की बात पर बीड़ी कल्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक ने प्रधानमंत्री को कई बार पत्र लिखे हैं. राजस्थान की विधानसभा में 200 सदस्य बैठते हैं. राज्य सरकार ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित करने का प्रस्ताव भेज रखा है. राजस्थान की जनता को यह संकल्प लेना चाहिए कि जब तक राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं देंगे, तब तक उस पार्टी को हम वोट नहीं देंगे. इससे केंद्र सरकार जागेगी और तुरंत मान्यता दे देगी.
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राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने कहा की नई पीढ़ी को हिंदी भाषा का महत्व समझना चाहिए. हिंदी हमारी मातृभाषा है. हमें ज्यादातर हिंदी भाषा का उपयोग करना चाहिए. स्कूल शिक्षा, भाषा एवं पुस्तकालय और पंचायती राज विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने कहा कि हम सभी को हिंदी भाषा का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करना चाहिए और हिंदी भाषा के महत्व के बारे में युवा पीढ़ी को बताकर जागरूक करना चाहिए.