जयपुर. छोटी काशी के प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी के दिन एक महिला का हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला है. इस पूरे ड्रामे का वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल भी हो रहा है. ये महिला आरती के समय मंदिर के गर्भगृह तक जा पहुंची और ड्रामेबाजी करनी शूरू कर दी. लेकिन इसी बीच मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की भी पोल खुल गई
दरअसल, मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में गणेश जन्मोत्सव के दिन अलग अलग समय मे मंदिर के पट खुलने पर आरती का सिलसिला शुरू होता और भक्त गणपति बप्पा की एक झलक आंखों में कैद करने को आतुर होते. लेकिन इसी बीच शाम 4 बजे जब मंदिर के पट खुले और आरती होने लगी तभी एक महिला करीब 6 फीट की दीवार फांदकर 4.09 बजे मंदिर के गर्भगृह में जा पहुंची. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए महिला गणेश जी की प्रतिमा तक पहुंचने लगी. तभी वहां मौजूद अन्य पुजारियों ने महिला को पकड़ लिया.
लेकिन इसी बीच महिला छाया आने की नोटकी करते हुए नाचने लगी. एक तरफ अन्य पुजारी भगवान गणपति की आरती कर रहे थे और महिला ड्रामेबाजी कर रही थी. तभी एक अन्य पुजारी महिला को पकड़कर दूर करने की कोशिश करते है. लेकिन महिला पुजारी पर ही हाथ उठाने की विफल कोशिश करती है. इसी बीच महिला अपने बेग को भी नंदी पर रख देती है. तभी मामला बिगड़ जाता है और आनन फानन में पुलिसकर्मी मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर महिला को घसीट कर बाहर धकेल देते है.
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हालांकि इस महिला को विक्षिप्त महिला बताया जा रहा है. लेकिन फिर भी सवाल खड़ा होता है कि इतनी कड़ी सुरक्षा के बीच ये महिला मंदिर के गर्भगृह में कैसे पहुंच गई. जहां स्वर्ण मुकुट धारण किए चांदी के सिंहासन पर विराजमान श्रीगणेश थे. जबकि मंदिर प्रबंधन की ओर से दर्शनार्थियों की सुरक्षा के लिए 6 DFMD और 6 HSMD की व्यवस्था के दावे किए गए हो. वही मंदिर द्वारा 56 क्लोज सर्किट कैमरे भी लगाएं गए हो.