जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार ने प्रसिद्ध लक्खी मेलों में जाने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी राहत दी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को आदेश जारी करते हुए 14 जिलों में राज्य पथ परिवहन निगम की बसों में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए 50% छूट के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. मुख्यमंत्री की ओर से बजट 2023-24 में छूट के संबंध में घोषणा की गई थी. इस स्वीकृति से राज्य सरकार पर लगभग 12 करोड़ रुपए का वार्षिक वित्तीय भार अनुमानित है.
श्रद्धालुओं को राहत
प्रदेश के प्रसिद्ध लक्खी मेलों में जाने वाले श्रद्धालुओं की आस्था देखते हुए राज्य सरकार ने उनको राहत देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मेलों में जाने वाले श्रद्धालुओं के किराए में 50 प्रतिशत छूट के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. ये छूट राजस्थान रोडवेज की साधारण और एक्सप्रेस बसों में मेला अवधि के दौरान रहेगी. अब प्रदेश के 14 जिलों के मेलों में राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों में यात्रा करने पर किराये में 50 फीसदी की छूट रहेगी. यह रियायती सुविधा 1 अप्रेल, 2023 से लागू कर दी गई है.
इन जिलों में रहेगी छूट
सीएम गहलोत की ओर से दी गई छूट अजमेर में पुष्कर मेला और दरगाह उर्स, करौली में कैलादेवी मेला, भरतपुर में झील का बाड़ा, जैसलमेर में श्रीरामदेवरा मेला, सीकर में खाटूश्याम जी का मेला, चूरू में सालासर बालाजी का मेला, हनुमानगढ़ में गोगामेड़ी, डूंगरपुर में बेणेश्वर धाम, सवाईमाधोपुर में रणथम्भौर गणेश जी, टोंक में डिग्गी कल्याण जी, अलवर में भर्तृहरि/पाण्डूपोल, श्रीगंगानगर में बुडढ़ा जोहड़ गुरुद्वारा, बीकानेर में फाल्गुन (मुकाम) और चित्तौड़गढ़ में सांवलिया सेठ और जलझूलनी एकादशी मेलों में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रहेगी.