जयपुर. देश के 11 राज्यों में कोरोना की चौथी लहर आने के बाद अब राज्य में भी यह बीमारी पैर पसार रही है. जैसलमेर, झुंझुनू, भरतपुर और जयुपर में कोरोना के चार मरीज मिले हैं. बाड़मेर, जालोर, सिरोही, जोधपुर, जैसलमेर, पाली, झुंझुनूं, बांसवाड़ा, राजसमंद, उदयपुर, भरतपुर से 46 लोगों के जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल लिए गए हैं. कोरोना को लेकर प्रदेश में अलर्ट जारी कर स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत जिलों से मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता की रिपोर्ट मांगी गई है. साथ ही दवा, बेड और ऑक्सीजन को लेकर भी जरूरी निर्देश भी दिए गए हैं. राजस्थान में चिकित्सकों का मानना है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट बहुत घातक नहीं है, लेकिन बहुत तेजी से फैल रहा है.
सीएम ने ली स्वास्थ्य विभाग की बैठक : कोविड-19 के नए वेरिएंट को लेकर भजन लाल सरकार गंभीर है. सीएम ने अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. सीएम भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को सीएमओ में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड-19 के नए वेरिएंट को लेकर पूरी तरह सतर्कता बरती जाए और पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन बेड और दवाइयां की समुचित व्यवस्था की जाए.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए महत्वपूर्ण निर्देश
- मुख्यमंत्री ने विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविरों में अधिक से अधिक लाभार्थियों को जोड़ने के निर्देश दिए ताकि उन्हें केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके.
- मुख्यमंत्री ने इन शिविरों में डॉक्टर्स एवम् अन्य चिकित्सा स्टाफ की अतिरिक्त व्यवस्था करने के लिए भी अधिकारियों को कहा.
- मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आमजन के साथ संवेदनशील ता के साथ व्यवहार किया जाए और उनसे संबंधित कार्यों को तत्परता से पूरा किया जाए.
- बैठक में विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान किए जाने वाले कार्यों जैसे राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम,राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर सहित विभिन्न योजनाओं के संबंध में भी चर्चा की गई.
प्रत्येक नागरिक को मिले उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं: मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को तत्परता के साथ उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. इसके लिए आवश्यक है कि आमजन के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ व्यवहार हो तथा चिकित्साकर्मी अपने कर्तव्यों का जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करें. बैठक में राज्य में कोविड-19 की स्थिति पर भी चर्चा की गई. सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजीव बगरहट्टा ने जानकारी दी कि हाल ही में देश में पाया गया कोविड-19 का नए वेरिएन्ट से घबराने की बजाय सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. अधिकारियों ने बैठक में बताया कि कोविड-19 के उचित प्रबंधन और रोकथाम के लिए राज्य कोविड प्रबंधन समिति का गठन किया गया है. राज्य में कोविड-19 की जांच के लिए 79 आरटीपीसीआर लैब की सुविधा उपलब्ध है. जयपुर, जोधपुर व कोटा में जिनोम सिक्वेन्सिंग की सुविधा भी उपलब्ध है . मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कोविड-19 के नए वेरिएन्ट के लिए पूर्णतया सतर्कता बरतने, इसके उपचार के लिए आवश्यक दवाइयों एवं अन्य उपकरणों की उपलब्धता, अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन बैड्स सहित सम्पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
अधिकारियों को निर्देश: मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिविरों में आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जाए और वहां चिकित्सकीय स्टाफ के साथ ही दवाइयों की अतिरिक्त व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि शिविरों में पात्र व्यक्तियों का अधिक से अधिक संख्या में जनकल्याणकारी योजनाओं में पंजीकरण किया जाए, उन्होंने अधिकारियों को शिविरों की लगातार मॉनिटरिंग करने तथा जवाबदेही तय कर समयबद्ध रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए.
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स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुधीर भंडारी के मुताबिक जयपुर में मिले मरीजों की सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं, ताकि उनमें कोरोना के वेरिएंट के बारे में पता किया जा सके. मौजूदा स्थिति को लेकर राहत जताते हुए डॉक्टर भंडारी ने कहा कि नए वेरिएंट के घातक परिणाम फिलहाल देखने को नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में कमजोर इम्यूनिटी और अधिक उम्र के लोगों को डॉक्टर भंडारी ने सतर्कता बरतने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए मास्क लगाना चाहिए और कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करना चाहिए , साथ ही उन्होंने सलाह भी दी कि सांस में तकलीफ होने पर या ऑक्सीजन सेचुरेशन कम होने पर अपने चिकित्सक के पास पहुंचना चाहिए.
ऑस्ट्रेलिया से आई 19 साल की युवती निकली संक्रमित : राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. जैसलमेर के बाद अब जोधपुर में भी शुक्रवार को एक कोरोना का मामला सामने आया है. जोधपुर निवासी ऑस्ट्रेलिया से लौटी 19 साल की छात्रा कोरोना संक्रमित पाई गई है. कई दिनों से उसे सर्दी खांसी व जुकाम था. मथुरादास माथुर अस्पताल में जांच के बाद शुक्रवार को वो पॉजिटिव पाई गई. डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दिलीप काछवाह ने बताया कि मरीज अपने घर पर स्वस्थ है. स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार उसके संपर्क में बनी हुई है और उसे आइसोलेशन में रखा गया है.
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कोरोना के लिए पृथक वार्ड : डॉ. दिलीप कछवाह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के सभी अस्पतालों को निर्देश जारी कर दिए गए है कि किसी भी मरीज में लक्षण नजर पाए जाने पर उसकी सैंपलिंग की जाए. यह कार्य नियमित होगा. माइक्रोबायोलॉजी डिपार्मेंट में कोरोना जांच की सभी व्यवस्थाएं की गई हैं. इसके अलावा महात्मा गांधी अस्पताल में कोरोना के लिए एक पृथक वार्ड बनाया है. साथ ही 6 आईसीयू बेड भी आरक्षित हैं. उन्होंने बताया कि पॉजिटिव आईयूपीएसी सैंपल का वेरिएंट जानने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी. इसकी तैयारी कर ली गई है. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि जोधपुर के अलावा संभाग के अन्य जिलों में भी पॉजीटिव आने वाले मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग होगी.
10 लोगों के लिए नमूने : शहर के महामंदिर क्षेत्र निवासी 19 साल की युवती के जोधपुर आने के बाद से ही उसके संपर्क में आए करीब 10 लोगों के नमूने लिए गए हैं, जिनकी जांच मेडिकल कॉलेज अस्पताल में होगी. डिप्टी सीएमएचओ डॉ. प्रीतम सिंह ने बताया कि फिलहाल मरीज स्वस्थ हैं. वहीं, हल्के लक्षण होने की सूरत में उसका घर पर ही उपचार किया जा रहा है.