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वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने किया हाथी गांव का दौरा, हाथियों ने फूल-मालाओं से किया स्वागत - Nahargarh Biological Park

वन मंत्री सुखराम बिश्नोई (Forest Minister Sukhram Bishnoi) ने कहा कि कोरोना काल में हाथी पालकों का रोजगार बंद होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा. हाथी पालकों और महावतों की समस्याओं को मुख्यमंत्री (cm ashok gehlot) के सामने रखा गया. जिसपर मुख्यमंत्री ने हाथी पालकों और महावतों की समस्याओं को देखते हुए प्रत्येक हाथी को 1500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से सहायता राशि स्वीकृत की है.

Forest Minister Sukhram Bishnoi, Nahargarh Biological Park
वन मंत्री सुखराम बिश्नोई
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Published : Jun 17, 2021, 5:29 PM IST

Updated : Jun 17, 2021, 7:09 PM IST

जयपुर. वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई (Forest and Environment Minister Sukhram Bishnoi) ने गुरुवार को आमेर के हाथी गांव और नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क (Nahargarh Biological Park) का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान मंत्री ने पार्क में वन्यजीवों की देखरेख और सार संभाल समेत तमाम व्यवस्थाओं की जानकारी ली. इसके बाद वन मंत्री हाथी गांव पहुंचे.

हाथियों ने किया वन मंत्री का स्वागत

हाथी गांव पहुंचने पर हाथियों ने वन मंत्री का फूल माला पहनाकर स्वागत किया. इस दौरान हाथी पालकों ने सरकार की ओर से हाथियों के लिए दी गई आर्थिक सहायता के लिए वन मंत्री का आभार जताया. वन मंत्री ने हाथी गांव में पीपल का पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण (Environment protection) का संदेश दिया. इस दौरान सभी लोगों से पौधरोपण करने का आह्वान भी किया.

वन मंत्री सुखराम बिश्नोई

हाथियों के कल्याण के लिए 57 लाख रुपये की मंजूरी

वन मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में हाथी पालकों का रोजगार बंद होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा. हाथी पालकों और महावतों की समस्याओं को मुख्यमंत्री के सामने रखा गया. जिसपर मुख्यमंत्री ने हाथी पालकों और महावतों की समस्याओं को देखते हुए प्रत्येक हाथी को 1500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से सहायता राशि स्वीकृत की है. करीब 57 लाख रुपये की राशि इस बार हाथियों के कल्याण के लिए मंजूर की गई है.

पढ़ें- सचिन पायलट कैंप के इस विधायक ने गहलोत को बताया कलयुग का भगवान

कोरोना की पहली लहर के दौरान हुए लॉकडाउन में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने 4.21 करोड रुपए हाथी पालकों को हाथियों के कल्याण के लिए सहायता राशि दी थी. मंत्री ने कहा कि जो हाथियों के ठान खाली पड़े हुए हैं, उनको भी उपयोगिता के आधार पर आवंटित किया जाएगा. हाथी मालिकों ने जो भी समस्याएं बताइए उनका समाधान करने का प्रयास किया जाएगा. पिछले साल भी हाथी मालिकों की समस्याओं का तुरंत निस्तारण किया गया था.

घर-घर औषधि योजना के तहत बांटे जाएंगे पौधे

वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घर-घर औषधि योजना शुरू की है, जिसमें अश्वगंधा, कालमेघ, तुलसी और गिलोय का पौधा घर-घर बांटे जाएंगे. चारों आयुर्वेदिक पौधे है, जो काफी महत्वपूर्ण है. इन पौधों का उपयोग करने से कई बीमारियां दूर होंगी. मुख्यमंत्री की मंशा है कि घर-घर औषधि योजना को लागू किया जाए. मानसून में इस योजना को लागू किया जाएगा. जुलाई से पौधों का वितरण शुरू होगा.

वन विभाग मानसून में करेगा पौधरोपण

मानसून में हर साल वन विभाग की ओर से पौधारोपण किया जाता है. इस बार भी मानसून शुरू होने के बाद पौधरोपण किया जाएगा. इसके साथ ही संस्थाओं और किसानों को भी पौधे वितरित किए जाएंगे. पौधारोपण कार्यक्रम 1 जुलाई से शुरू किया जाएगा.

हाथी गांव विकास समिति के होंगे चुनाव

वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि हाथी गांव विकास समिति में चुनाव करवाए जाएंगे. लोकतंत्र में चुनाव का जरूरी है. चुनाव नहीं होने की वजह से संस्था थोड़ी निर्जीव टाइप हो जाती है. चुनाव होने से नई चेतना आती है और उमंग होती है. ऐसे में हाथी गांव में विकास को बढ़ावा देने के साथ ही समस्याओं के जल्द समाधान के लिए कदम उठाए जाएंगे.

जल्द खुलेंगे बायोलॉजिकल पार्क और चिड़ियाघर

कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन होने से प्रदेश भर के सभी बायोलॉजिकल पार्क और चिड़ियाघर बंद कर दिए गए थे. अब धीरे-धीरे मॉडिफाइड लॉकडाउन होने के साथ ही प्रदेश भर के पर्यटन स्थलों को सैलानियों के लिए खोल दिया गया है. वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि जल्द ही प्रदेश के बायोलॉजिकल पार्क और चिड़ियाघर खोले जाएंगे.

पढ़ें- विभिन्न मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने किया विरोध-प्रदर्शन, आंदोलन की दी चेतावनी

इस दौरान आदर्श नगर विधायक रफीक खान (Adarsh Nagar MLA Rafiq Khan) ने कहा कि कोरोना महामारी (corona pandemic) डेढ़ साल से दुनिया में फैली हुई है. ऐसे समय में एक छोटा सा जानवर पालना भी बहुत मुश्किल है. हाथी पालना तो काफी बड़ी बात है. ऐसे संकट के समय में मुख्यमंत्री ने प्रत्येक हाथी को 1500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से सहायता दी है, जो काबिले तारीफ है. इससे रोजगार के साथ ही टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा.

पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर विधायक ने केंद्र सरकार को घेरा

बढ़ती महंगाई और पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी को लेकर विधायक रफीक खान ने कहा कि लगातार दाम बढ़ रहे हैं. केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने के वादे किए थे, लेकिन वादा पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा कि जब हिंदुस्तान में क्रूड ऑयल का दाम 140 डॉलर बैरल था, तब पेट्रोल 70 रुपए लीटर था. आज क्रूड ऑयल 50 के आसपास है जो 70% कम हो गया, लेकिन पेट्रोल के दाम 100 रुपए से भी ऊपर चले गए. पेट्रोल-डीजल के दाम आमजन को काफी प्रभावित करते हैं. इस पर केंद्र सरकार को संज्ञान लेना चाहिए. पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने चाहिए.

जयपुर. वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई (Forest and Environment Minister Sukhram Bishnoi) ने गुरुवार को आमेर के हाथी गांव और नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क (Nahargarh Biological Park) का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान मंत्री ने पार्क में वन्यजीवों की देखरेख और सार संभाल समेत तमाम व्यवस्थाओं की जानकारी ली. इसके बाद वन मंत्री हाथी गांव पहुंचे.

हाथियों ने किया वन मंत्री का स्वागत

हाथी गांव पहुंचने पर हाथियों ने वन मंत्री का फूल माला पहनाकर स्वागत किया. इस दौरान हाथी पालकों ने सरकार की ओर से हाथियों के लिए दी गई आर्थिक सहायता के लिए वन मंत्री का आभार जताया. वन मंत्री ने हाथी गांव में पीपल का पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण (Environment protection) का संदेश दिया. इस दौरान सभी लोगों से पौधरोपण करने का आह्वान भी किया.

वन मंत्री सुखराम बिश्नोई

हाथियों के कल्याण के लिए 57 लाख रुपये की मंजूरी

वन मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में हाथी पालकों का रोजगार बंद होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा. हाथी पालकों और महावतों की समस्याओं को मुख्यमंत्री के सामने रखा गया. जिसपर मुख्यमंत्री ने हाथी पालकों और महावतों की समस्याओं को देखते हुए प्रत्येक हाथी को 1500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से सहायता राशि स्वीकृत की है. करीब 57 लाख रुपये की राशि इस बार हाथियों के कल्याण के लिए मंजूर की गई है.

पढ़ें- सचिन पायलट कैंप के इस विधायक ने गहलोत को बताया कलयुग का भगवान

कोरोना की पहली लहर के दौरान हुए लॉकडाउन में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने 4.21 करोड रुपए हाथी पालकों को हाथियों के कल्याण के लिए सहायता राशि दी थी. मंत्री ने कहा कि जो हाथियों के ठान खाली पड़े हुए हैं, उनको भी उपयोगिता के आधार पर आवंटित किया जाएगा. हाथी मालिकों ने जो भी समस्याएं बताइए उनका समाधान करने का प्रयास किया जाएगा. पिछले साल भी हाथी मालिकों की समस्याओं का तुरंत निस्तारण किया गया था.

घर-घर औषधि योजना के तहत बांटे जाएंगे पौधे

वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घर-घर औषधि योजना शुरू की है, जिसमें अश्वगंधा, कालमेघ, तुलसी और गिलोय का पौधा घर-घर बांटे जाएंगे. चारों आयुर्वेदिक पौधे है, जो काफी महत्वपूर्ण है. इन पौधों का उपयोग करने से कई बीमारियां दूर होंगी. मुख्यमंत्री की मंशा है कि घर-घर औषधि योजना को लागू किया जाए. मानसून में इस योजना को लागू किया जाएगा. जुलाई से पौधों का वितरण शुरू होगा.

वन विभाग मानसून में करेगा पौधरोपण

मानसून में हर साल वन विभाग की ओर से पौधारोपण किया जाता है. इस बार भी मानसून शुरू होने के बाद पौधरोपण किया जाएगा. इसके साथ ही संस्थाओं और किसानों को भी पौधे वितरित किए जाएंगे. पौधारोपण कार्यक्रम 1 जुलाई से शुरू किया जाएगा.

हाथी गांव विकास समिति के होंगे चुनाव

वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि हाथी गांव विकास समिति में चुनाव करवाए जाएंगे. लोकतंत्र में चुनाव का जरूरी है. चुनाव नहीं होने की वजह से संस्था थोड़ी निर्जीव टाइप हो जाती है. चुनाव होने से नई चेतना आती है और उमंग होती है. ऐसे में हाथी गांव में विकास को बढ़ावा देने के साथ ही समस्याओं के जल्द समाधान के लिए कदम उठाए जाएंगे.

जल्द खुलेंगे बायोलॉजिकल पार्क और चिड़ियाघर

कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन होने से प्रदेश भर के सभी बायोलॉजिकल पार्क और चिड़ियाघर बंद कर दिए गए थे. अब धीरे-धीरे मॉडिफाइड लॉकडाउन होने के साथ ही प्रदेश भर के पर्यटन स्थलों को सैलानियों के लिए खोल दिया गया है. वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि जल्द ही प्रदेश के बायोलॉजिकल पार्क और चिड़ियाघर खोले जाएंगे.

पढ़ें- विभिन्न मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने किया विरोध-प्रदर्शन, आंदोलन की दी चेतावनी

इस दौरान आदर्श नगर विधायक रफीक खान (Adarsh Nagar MLA Rafiq Khan) ने कहा कि कोरोना महामारी (corona pandemic) डेढ़ साल से दुनिया में फैली हुई है. ऐसे समय में एक छोटा सा जानवर पालना भी बहुत मुश्किल है. हाथी पालना तो काफी बड़ी बात है. ऐसे संकट के समय में मुख्यमंत्री ने प्रत्येक हाथी को 1500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से सहायता दी है, जो काबिले तारीफ है. इससे रोजगार के साथ ही टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा.

पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर विधायक ने केंद्र सरकार को घेरा

बढ़ती महंगाई और पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी को लेकर विधायक रफीक खान ने कहा कि लगातार दाम बढ़ रहे हैं. केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने के वादे किए थे, लेकिन वादा पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा कि जब हिंदुस्तान में क्रूड ऑयल का दाम 140 डॉलर बैरल था, तब पेट्रोल 70 रुपए लीटर था. आज क्रूड ऑयल 50 के आसपास है जो 70% कम हो गया, लेकिन पेट्रोल के दाम 100 रुपए से भी ऊपर चले गए. पेट्रोल-डीजल के दाम आमजन को काफी प्रभावित करते हैं. इस पर केंद्र सरकार को संज्ञान लेना चाहिए. पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने चाहिए.

Last Updated : Jun 17, 2021, 7:09 PM IST
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