जयपुर. वर्ष 2020 का पहला चन्द्रग्रहण 10 जनवरी को लगेगा. पूर्णिमा माघ चंद्र ग्रहण रात 10.38 से शुरू होकर 2.42. बजे खत्म होगा. हालांकि ग्रहण का बिल्कुल भी असर नहीं होगा. सिर्फ चंद्रमा के आगे धूल जैसी परत छा जाएगी. इससे चंद्रमा घटता बढ़ता नजर नहीं आएगा. लेकिन यह ग्रहण वैसा नहीं है, जिससे आसानी से देखा जा सकता है.
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ज्योतिषाचार्य पंडित विमल पारीक ने बताया कि, शुक्रवार 10 जनवरी को होने वाले चंद्र ग्रहण को लेकर काफी भ्रांतियां फैल रही हैं. लेकिन मांघ का अर्थ है न्यूनतम, यानी मंद. यह ग्रहण बिल्कुल माईनर, धागे के जैसा बारीक होगा. इसमें यम, नियम, सूतक कुछ भी मान्य नहीं होता है. वहीं जो खगोलीक घटनाएं हैं, वो मायने नहीं रखती हैं. सिर्फ ग्रहण ग्रसित होगा वही मान्य होगा. इस लिए पूर्णिमा मांघ चंद्र ग्रहण से डरने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है.