जयपुर. प्रदेश में इन दिनों हाड़ कंपाने वाली ठंड का दौर जारी है. कई इलाकों में रात का तापमान तो जमाव बिंदु तक पहुंच रहा है. ऐसे में जोबनेर कस्बे के किसान दिन में बिजली न मिलने से परेशान हैं. मजबूरी में किसानों को रात में खेतों की सिंचाई करनी पड़ रही है. क्योंकि बिजली विभाग रात में ही कृषि बिजली दे रहा है. गुस्साए किसानों ने जोबनेर के आसलपुर और बोबास बिजली कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया.
किसानों ने दिन में बिजली देने की मांग को लेकर सोमवार को आसलपुर और बोबास में बिजली दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. आसलपुर और बोबास में किसानों ने पिछले साल भी दिन में बिजली देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था, लेकिन फिर भी किसानों को दिन में बिजली नहीं दी जा रही है. किसान नेता रामपाल भाम्भोरिया ने बताया कि इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. इस सर्दी में भी विद्युत निगम की ओर से किसानों को दिन की बजाय रात को बिजली सप्लाई की जा रही है. जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रामपाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसान सरकार बना सकता है तो सरकार गिरा भी सकता है.
वही बाबोस में भी सैकड़ों किसानो ने ग्रिड सब स्टेशन पर इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इसके बाद बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को ज्ञापन दिया गया. ज्ञापन में सिंचाई के लिए दिन में बिजली देने की मांग की गई.
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ग्राम पंचायत बोबास के सरपंच रूपनारायण रूंडला ने कहा कि सर्दी में डिस्कॉम के अधिकारी किसानों को लेकर संवेदनशील नहीं हैं. रात के समय में दी जा रही बिजली किसानों के काम नहीं आ रही. उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली चेकिंग के नाम पर अभियान चलाकर किसानों को परेशान किया जा रहा है. साथ ही आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य सरकार किसानों के नाम पर राजनीति कर रही है.
ग्रामीणों ने पावर ट्रांसफॉर्मर को शीघ्र बदलने, विद्युत भार को दो भागों में बांट कर विद्युत व्यवस्था सुचारू करने और प्रत्येक मंगलवार को किसानों की समस्या का निराकरण करने के लिए 10 बजे से 2 बजे तक जनसुनवाई करने की भी मांग रखी.