जयपुर. राजस्थान में बीते 2 दिनों में अचानक मौसम में आए परिवर्तन के बाद बरसात और ओलावृष्टि से खेतों में कटाई के लिए तैयार फसलें बर्बाद हो गई हैं. पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक बार फिर अन्नदाता की उम्मीद पर पानी फिरता हुआ दिख रहा है. प्रदेश के सात जिलों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के बाद फसलों के चौपट होने की खबरें हैं.
आपदा राहत मंत्री ने भरोसा दिलाया है कि गिरदावरी के बाद जल्द नुकसान का आकलन कर किसानों को भरपाई करवाई जाएगी. इसके विपरीत मौसम विभाग 23 और 24 मार्च को फिर से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद आंधी और ओलावृष्टि का अंदेशा जता चुका है. रविवार को जयपुर, अलवर, बांसवाड़ा समेत कई जिलों में ओले गिरने के साथ बारिश हुई थी. वहीं अगले दो दिन जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, उदयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग में बारिश के साथ बिजली गिरने की भी आशंका है.
ओलावृष्टि से यहां हुआ नुकसान - राजस्थान में किसान की मेहनत और फसल खराबे के मामले आधा दर्जन से ज्यादा जिलों से सामने आए हैं. प्रदेश के जयपुर, सीकर, दौसा, अलवर समेत झुंझुनूं, हनुमानगढ़ और हाड़ौती के बूंदी और मारवाड़ के बाड़मेर में कई जगह ओलावृष्टि हुई है. दौसा के लालसोट, रामगढ़ पचवारा, चांदराना और भांडारेज सहित कई जगह चने के आकार के ओलों की चादर बिछ गई. स्थानीय लोगों के मुताबिक गेहूं में 80 और चने की फसल में 50 फीसदी तक खराबे का अंदेशा है. भरतपुर में भी 50 प्रतिशत तक फसलों में नुकसान हुआ है. खेतों में कटी हुई फसल में पानी भर गया है. जयपुर के चौमूं इलाके में तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के बीच कई इलाकों में चने के आकार के ओले भी गिरे. सीकर के रींगस में बारिश के साथ ओले गिरे तो झुंझुनूं में भी ओले गिरने की खबर है. यहां चिड़ावा के पास सूरजगढ़ क्षेत्र में रविवार देर रात और आज सुबह भी ओले गिरे. खेतों में ओलों की चादर बिछ गई. तेज अंधड़ के साथ बारिश और फिर ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है. क्षेत्र के स्यालु, घरड़, रघुनाथपुरा, घर की ढाणी समेत करीब आधा दर्जन गांवों में फसलों को नुकसान पहुंचा है. गेहूं और जौ की फसल में खराबी के बाद परेशान किसान नुकसान का राज्य सरकार से मुआवजा मांग रहे हैं. अलवर जिले के बहरोड़ समेत आसपास के क्षेत्र में सुबह बारिश और ओलावृष्टि से फसलों में भारी नुकसान हुआ है. यहां गेहूं और सरसों की फसलों की बर्बादी देखकर किसानों के आंसू निकल पड़े.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी देखा खेतों का हाल - भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ओलावृष्टि के बाद खेतों का मुआयना किया. सोमवार सुबह अपने विधानसभा क्षेत्र आमेर के किसानों के बीच पहुंचे और ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे का जायजा लिया. सतीश पूनिया ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द नुकसान का आकलन करवा कर मुआवजा दिया जाए, ताकि किसान को राहत मिल सके. सतीश पूनिया ने कहा कि खड़ी फसल के बर्बाद होने के साथ-साथ किसान को पशुधन का भी नुकसान हुआ है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने भरोसा दिलाया कि विपक्ष के सभी विधायक विधानसभा में किसानों के नुकसान का मसला सरकार के सामने उठाएंगे और जल्द से जल्द उन तक मुआवजा पहुंचे, इसे सुनिश्चित करेंगे.