जयपुर. नेताओें से और उम्मीद ही क्या रखी जाए. जिस नेता को मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी ने टिकट देकर विधानसभा चुनाव-2018 चुनाव लड़वाया, जिसके पीछे 1534 मतदाताओं ने अपना कीमती वोट खपाया, वो नेताजी तो 'वसूली भाई' निकले, वसूली भी कितने की 100, 200 और 500 वाली.
दरअसल यह चौंकाने वाला मामला राजस्थान की निवाई-पीपलू विधानसभा क्षेत्र का है. यहां से बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाला बनवारी लाल पुलिस की वर्दी में लोगों से अवैध तरीके से उगाही कर रहा था. असली वालों को जब भनक लगी तो दबोच लिया. पहले तो पुलिस ने उसे कोई चिंदी चोर ही समझा जो फर्जी पुलिस कर्मी बन लोगों से रुपए की उगाही कर रहा था. बाद में जब पता चला कि ये 'वसूली भाई' तो नेताजी हैं तो सब हक्के-बक्के रह गए.
आरोपी बनवारी लाल के पास से पुलिस की वर्दी भी बरामद हुई है. आरोपी बनवारी ने पूछताछ में बताया कि वह रोज सुबह करीब 4:00 बजे अपने गांव कचनारिया से बाइक पर बैठकर सांगानेर रेलवे स्टेशन के सामने टूटी पुलिया के अंदर की तरफ पहुंचता और वहां से कच्चे रास्ते पर से गुजरने वाले बजरी के ट्रैक्टर से रुपए की उगाई करता. बनवारी ये धंधा पिछले दो-तीन महीनों से कर रहा था.
अब सवाल ये उठता है असली वालों को नकली वाले की भनक कैसे लगी. दरअसल, कुछ ट्रैक्टर चालकों ने पुलिस में शिकायत की थी आपका ही कोई नुमाइंदा अवैध तरीके से वसूली कर रहा है. जिस पर पुलिस ने स्पेशल टीम का गठन कर मौके पर दबिश दी नेता बनवारी लाल को उगाई करते हुए रंगे हाथों दबोच लिया.
बनवारी ने पूछताछ ये भी बताया कि वह पिछले 2 से 3 महीने से ट्रैक्टर चालकों से उगाही का काम कर रहा है. इसके लिए वह सुबह पुलिस की वर्दी पहन कर तैयार होकर ही गांव से निकलता था और फिर टूटी पुलिया के पास पहुंचकर उगाही करता था. फिलहाल पुलिस ने आरोपी के पास से पुलिस की पहचान वाली वर्दी, जूते वगैरह सामान बरामद किया है. अभी सख्ती से भी पूछताछ की जा रही है.