जयपुर. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2019- 20 का बजट पेश किया. वित्त मंत्री ने इस बजट में हर वर्ग से जुड़े लोगों के लिए घोषणा की. लेकिन बजट पेश होने के बाद कारोबारी वर्ग थोड़ा निराश नजर आए. उन्होंने कहा कि जिस तरह से उम्मीद की जा रही थी. मोदी सरकार ने उस तरह का बजट पेश नहीं किया.
दरअसल, सीआईआई की ओर से बजट को लेकर संवाद कार्यक्रम रखा गया. जहां बजट के बाद सीआईआई और उससे जुड़े अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि उम्मीद की जा रही थी कि बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा जाएगा. लेकिन जो बजट पेश किया गया है उससे थोड़ी निराशा हुई है.
यंग इंडियन चैप्टर से जुड़े हुए नितेश साबू ने कहा कि फाइनेंस मिनिस्टर ने अपने बजट में हर वर्ग से जुड़े लोगों के लिए कुछ ना कुछ घोषणाएं की है. लेकिन जो आज देश में अनएंप्लॉयमेंट की स्थिति बनी हुई है. उसे लेकर भी मोदी सरकार को कोई कदम उठाना चाहिए था. हालांकि जो घोषणा बजट में की गई है. उन्हें सरकार किस तरह धरातल पर उतारती है यह भी एक चुनौतीपूर्ण रहेगा.
वहीं कारोबारी नितेश कुमार ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर को लेकर सरकार को कुछ बड़ी घोषणाएं बजट में करनी चाहिए थी, ताकि से इससे जुड़े लोगों को फायदा मिल सकें. हालांकि सरकार ने टैक्स की सीमा बढ़ाकर आम जन को जरूर राहत प्रदान की है.
जानिए क्या रहा इस बजट में खास
इस बजट में पेट्रोल और डीजल पर एक रुपए एक्साइज ड्यूटी लगाने की घोषणा की गई. वित्तमंत्री की घोषणा के चलते पेट्रोल और डीजल एक रुपए महंगे हो जाएंगे. जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी की दर 12 से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई. इसके चलते इस तरह के वाहन सस्ते हो जाएंगे.
इसके अलावा, सोने और बेशकीमती धातुओं पर सीमा शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दी गई है. जिसके बाद अब ये उत्पाद महंगे हो जाएंगे. देश में नहीं बनने वाले रक्षा उत्पाद सीमा शुल्क से मुक्त रहेंगे. जबकि, 45 लाख रुपए तक के हाउसिंग लोन के ब्याज पर छूट 2 लाख से बढ़ाकर 3.5 लाख रुपए कर दी गई है. इससे मध्यम वर्ग को इनकम टैक्स में फायदा होगा.
जानिए जो सस्ता और महंगा हुआ
सस्ता- रक्षा उपकरण, चमड़े का सामान, इलेक्ट्रिक वाहन, 45 लाख रुपए तक का घर.
महंगा- सोना, सीसीटीवी, ऑटो पार्ट्स, मार्बल टाइल्स, पीवीसी, किताबें, पेट्रोल-डीजल, काजू, मेटल फिटिंग, सिंथेटिक रबर, डिजिटल वीडियो कैमरा.