जयपुर. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी मान चुके हैं कि प्रदेश के भूमि विकास बैंक घाटे में चल रहे हैं और इनको घाटे से उबारने के लिए योजना बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि ऐसा भी सुझाव आया है कि जब सरकारी बैंक में अन्य बैंक समायोजित हो सकते है तो भूमि विकास बैंक और सहकारी बैंकों को भी इसमें समायोजित कर दिया जाए. हालांकि उन्होंने कहा कि यह केवल एक सुझाव है, इस पर विचार किया जाएगा. मंत्री ने कहा कि भूमि विकास बैंकों को घाटे से उबरने के लिए और भी सुझाव लिए जा रहे हैं.
आचार संहिता के कारण ऋण वितरण में हुई देरी
सहकारिता मंत्री ने कहा कि ऋण बांटने में इस बार देरी हुई है, क्योंकि पहले आचार संहिता लगी हुई थी और सभी अधिकारी और नेता चुनाव में लगे हुए थे. आपको बता दें कि सहकारिता विभाग सोमवार से 16 हजार करोड़ रूपए का ऋण वितरण का कार्य शुरू करेगा.
को-ऑपरेटिव सोसायटी में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए उठाएंगे सख्त कदम
वहीं को-ऑपरेटिव सोसायटी में बढ़ रहे फर्जीवाड़े को लेकर भी मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे. सोसायटी अगर जनता का पैसा हड़पने का काम करेगी तो उसे रोकने के लिए कारगर कदम उठाते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी.