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जयपुर: ED ने अटैच की विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के डायरेक्टर की 52.21 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी - Property Attachment of Vikas WSP Limited

राजधानी में बुधवार को ईडी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के डायरेक्टर बी.डी अग्रवाल और बिमला देवी की 52.21 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी को अटैच किया है. ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत प्रॉपर्टी अटैच की इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.

52.21 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच, Property Attachment of Rs 52.21 Crore
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Published : Nov 13, 2019, 9:37 PM IST

जयपुर. ईडी ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के डायरेक्टर बी.डी अग्रवाल और बिमला देवी की विभिन्न 52.21 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी को अटैच किया है. ईडी की ओर से प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत प्रॉपर्टी अटैच की इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.

ED ने अटैच की विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के डायरेक्टर की 52.21 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी

बीकानेर और श्रीगंगानगर स्थित विभिन्न बिल्डिंग, भूमि और अन्य कमर्शियल क्षेत्र को अटैचमेंट की कार्रवाई के दौरान ईडी ने अटैच किया है. बता दें कि ईडी ने अटैचमेंट की इस कार्रवाई को एसबीआई बैंक फ्रॉड केस के चलते किया है.

पढ़ें: शर्मनाक! 24 घंटे मृत बच्चे को अपने पेट में लेकर घूमती रही गर्भवती, डॉक्टर के सामने गिड़गिड़ाई, फिर भी नहीं पसीजा दिल

विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के डायरेक्टर बी.डी अग्रवाल और बिमला देवी ने फर्जी दस्तावेज श्रीगंगानगर स्थित एसबीआई बैंक में पेश कर एक्सपोर्ट पैकिंग क्रेडिट फैसिलिटी के तहत ऋण उठाया. जिसका उपयोग विभिन्न तरह के निजी कार्यों और प्रॉपर्टी खरीदने में किया गया.

वहीं, बैंक को गुमराह करने के लिए एक्सपोर्ट पैकिंग क्रेडिट के फर्जी लेटर और बिल बनाकर पेश किए गए. जब उन बिलों की जांच की गई तो वह फर्जी पाए गए. जिसके बाद इस प्रकरण की जांच सीबीआई की बैंक सिक्योरिटी एंड फ्रॉड सेल की ओर से की जा रही है. सीबीआई की ओर से दर्ज किए गए प्रकरण के आधार पर ईडी ने भी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर प्रॉपर्टी अटैच की कार्रवाई को अंजाम दिया है.

जयपुर. ईडी ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के डायरेक्टर बी.डी अग्रवाल और बिमला देवी की विभिन्न 52.21 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी को अटैच किया है. ईडी की ओर से प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत प्रॉपर्टी अटैच की इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.

ED ने अटैच की विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के डायरेक्टर की 52.21 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी

बीकानेर और श्रीगंगानगर स्थित विभिन्न बिल्डिंग, भूमि और अन्य कमर्शियल क्षेत्र को अटैचमेंट की कार्रवाई के दौरान ईडी ने अटैच किया है. बता दें कि ईडी ने अटैचमेंट की इस कार्रवाई को एसबीआई बैंक फ्रॉड केस के चलते किया है.

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विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के डायरेक्टर बी.डी अग्रवाल और बिमला देवी ने फर्जी दस्तावेज श्रीगंगानगर स्थित एसबीआई बैंक में पेश कर एक्सपोर्ट पैकिंग क्रेडिट फैसिलिटी के तहत ऋण उठाया. जिसका उपयोग विभिन्न तरह के निजी कार्यों और प्रॉपर्टी खरीदने में किया गया.

वहीं, बैंक को गुमराह करने के लिए एक्सपोर्ट पैकिंग क्रेडिट के फर्जी लेटर और बिल बनाकर पेश किए गए. जब उन बिलों की जांच की गई तो वह फर्जी पाए गए. जिसके बाद इस प्रकरण की जांच सीबीआई की बैंक सिक्योरिटी एंड फ्रॉड सेल की ओर से की जा रही है. सीबीआई की ओर से दर्ज किए गए प्रकरण के आधार पर ईडी ने भी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर प्रॉपर्टी अटैच की कार्रवाई को अंजाम दिया है.

Intro:जयपुर
एंकर- ईडी ने आज एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के डायरेक्टर बी.डी अग्रवाल और बिमला देवी की विभिन्न 52.21 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी को अटैच किया है। ईडी द्वारा प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत प्रॉपर्टी अटैच की इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। बीकानेर और श्रीगंगानगर स्थित विभिन्न बिल्डिंग, भूमि व अन्य कमर्शियल क्षेत्र को अटैचमेंट की कार्रवाई के दौरान ईडी ने अटैच किया है। ईडी ने अटैचमेंट की इस कार्रवाई को एसबीआई बैंक फ्रॉड केस के चलते किया है।


Body:वीओ- विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के डायरेक्टर बी.डी अग्रवाल और बिमला देवी ने फर्जी दस्तावेज श्रीगंगानगर स्थित एसबीआई बैंक में पेश कर एक्सपोर्ट पैकिंग क्रेडिट फैसिलिटी के तहत ऋण उठाया। जिसका उपयोग विभिन्न तरह के निजी कार्यों व प्रॉपर्टी खरीदने में किया गया। वहीं बैंक को गुमराह करने के लिए एक्सपोर्ट पैकिंग क्रेडिट के फर्जी लेटर और बिल बनाकर पेश किए गए। जब उन बिलों की जांच की गई तो वह फर्जी पाए गए। जिसके बाद इस प्रकरण की जांच सीबीआई की बैंक सिक्योरिटी एंड फ्रॉड सेल द्वारा की जा रही है। सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए प्रकरण के आधार पर ईडी ने भी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर प्रॉपर्टी अटैच की कार्रवाई को अंजाम दिया है।


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