जयपुर. राजधानी के आदर्श नगर में दशहरा पर्व पर 105 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया जाएगा. इस दौरान दर्शकों को रावण के पुतले की आंखों में शोले और मुंह से आग के गोले निकलते दिखाई देंगे. साथ ही 90 फीट ऊंचाई के कुंभकरण के पुतले का भी दहन किया जाएगा. इससे पहले शहर की सड़कों पर भगवान श्री राम की सजीव झांकी निकलेगी और करीब आधे घंटे आतिशबाजी की जाएगी. खास बात यह है कि कुछ लोग मान्यता के अनुसार यहां नवजात बच्चे को आशीर्वाद दिलाने के लिए पूजन कराने आते हैं.
दहन से पहले होगी आतिशबाजी : जयपुर के आदर्श नगर में प्रदेश के सबसे ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया जाएगा. रावण दहन को लेकर कार्यक्रम संयोजक राजीव त्यागी ने बताया कि हर बार रावण के पुतले को आधुनिक दौर के साथ अपग्रेड किया जाता है. इस बार भयानक लेकिन आकर्षक रूप लिए हुए रावण के पुतले का दहन किया जाएगा. रावण को आभासी स्वर्ण मुकुट के साथ आभासी स्वर्ण वस्त्र धारण कराया गया है. इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल पर करीब आधे घंटे की आतिशबाजी होगी और लगभग इतना ही समय रावण दहन में लगेगा. इस दौरान रावण की आंखों से शोले, मुंह से आग के गोले, रावण की नाभि और सिर पर अग्नि चक्र और तलवार से चिंगारियां फूटती दिखाई देंगी.
मथुरा का मुस्लिम परिवार बनाता है पुतला : उन्होंने बताया कि 90 फुट के कुंभकरण का पुतला भी बनाया गया है. कुछ लोग यहां नवजात बच्चे को आशीर्वाद दिलाने के लिए रावण की पूजा करने आते हैं. इस वजह से रावण का पुतला बनाते समय पवित्रता का ध्यान रखा जाता है. पुतला निर्माण में जो भी सामग्री इस्तेमाल की जाती है, वो कोरी (साफ सुथरी) होती है. कुछ भी पुराना सामान इस्तेमाल नहीं किया जाता. उन्होंने बताया कि यहां मथुरा से एक मुस्लिम परिवार की पांचवीं पीढ़ी रावण बनाने के लिए आती है. रामलीला प्रभारी केशव बेदी ने बताया कि विजयदशमी पर सबसे बड़ा आकर्षण रावण दहन का रहता है, लेकिन यहां भगवान श्री राम की शोभायात्रा भी निकाली जाएगी. ये आदर्श नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए दशहरा मैदान तक पहुंचेगी, जहां रावण के पुतले का दहन करेगा. इस दौरान कई झांकियां भी सजाई जाएंगी.