जयपुर. असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक विजयदशमी पर भगवान श्रीराम के वंशज जयपुर के पूर्व राजघराने के महाराजा सवाई पद्मनाभ सिंह दशानन का दहन करेंगे. विद्याधर नगर में बनाए गए 121 फीट का रावण, 111 फीट ऊंचे कुंभकर्ण और 105 फीट ऊंचे मेघनाद का दहन किया जाएगा. इसके अलावा राजधानी के कई प्रमुख क्षेत्र में शहरवासी बुराई पर अच्छाई का संदेश देने वाले रावण दहन को देख सकेंगे.
विजयदशमी पर शहर में जगह-जगह रावण दहन किया जाएगा. रावण दहन के कार्यक्रम शाम 6 बजे से शुरू होंगे, जो देर रात तक चलेंगे. इससे पहले रामलीला, शोभायात्रा और आतिशबाजी भी होगी. जयपुर में सबसे पहले आदर्श नगर दशहरा मैदान में शाम 7:30 बजे 105 फीट के रावण का दहन किया जाएगा. इसके बाद प्रताप नगर कुंभा मार्ग स्थित भैरुजी सर्किल मैदान में 9:15 बजे 51 फीट का रावण, शास्त्री नगर स्थित राष्ट्रपति मैदान में रात 9:30 बजे 80 फीट का, मानसरोवर शिप्रा पथ मैदान में 10 बजे 70 फीट का और विद्याधर नगर स्टेडियम में रात 11 बजे 121 फुट के रावण का दहन किया जाएगा. यहां रावण दहन से पहले होने वाली आतिशबाजी इको-फ्रेंडली होगी. राम-रावण युद्ध का मंचन भी किया जाएगा. कुछ जगह जाने-माने कलाकार भी सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुतियां देंगे. जिसे देखने के लिए आमजन से लेकर वीआईपी भी पहुंचेंगे.
वहीं शहरवासी भी अपने-अपने स्तर पर दशहरा मनाने के लिए मानसरोवर, सांगानेर, प्रताप नगर, टोंक रोड, राजा पार्क और ट्रांसपोर्ट नगर पर सजी रावण मंडियों से छोटे-बड़े पुतले खरीद कर घर ले गए हैं. इनमें 2 फीट से लेकर 15 फीट तक के पुतलों की डिमांड भी ज्यादा रही. ये रंग-बिरंगे रावण 200 से 15000 रुपए तक बाजार में बिके. जिनमें पटाखों की कीमत अलग है. इनमें मीडियम साइज के रावण खरीदने वाले एकल परिवार जबकि बड़े साइज के रावण खरीदने वाले मोहल्ला समिति या सामाजिक संगठन हैं, जो अपने क्षेत्र में दशहरा महापर्व को सेलिब्रेट करने को लेकर उत्साहित हैं.