जयपुर. जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने सर्दी में निराश्रित, बेघर, बेसहारा और खुले में आसमान के नीचे सोने वाले व्यक्तियों के ठंड से बचाव के लिए पहल की है. जिला कलेक्टर ने अस्थाई रैन बसेरों, समुचित बिस्तर, ओढन, तापने के लिए अलाव, जीवन रक्षक औषधियों एवं आधारभूत सुविधाओं की व्यवस्था के लिए नगर निगम जयपुर हेरिटेज और ग्रेटर के आयुक्त, नगरपालिकाओं के अधिषासी अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया है.
जिला कलेक्टर नेहरा ने यह व्यवस्था शीघ्र करने के लिए निर्देशित किया है. जिससे किसी भी व्यक्ति की ठंड से मौत न हो. कलेक्टर ने कहा कि अस्थाई रैन बसेरों की स्थापना के लिए किसी राजकीय या सार्वजनिक भवन का भी उपयोग किया जा सकता है. वाटर प्रूफ टेंट्स भी लगवाए जा सकते हैं. अधिक ठंड के दौरान ताप के लिए लकड़ियों और कोयले आदि की व्यवस्था रखनी होगी. रैन बसेरों में रात्रि विश्राम करने वाले व्यक्तियों को बिछाने के लिए साफ सुथरे गद्दे, दरियां और ओढने के लिए कम्बल और रजाईयों की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी.
जीवन रक्षक दवा उपलब्ध करवाने के निर्देश
जिला कलेक्टर नेहरा ने कहा कि अस्थाई रैन बसेरों की देखभाल के लिए एक टीम का गठन किया जाए. उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर प्रथम एवं द्वितीय को इन अस्थाई रैन बसेरों की सूची नगर निगम, नगर पालिकाओं, उपखंड अधिकारियों से प्राप्त कर रात्रि विश्राम करने वाले व्यक्तियों को सर्दी से बचाने के लिए पर्याप्त आवश्यक जीवन रक्षक दवाईयों की व्यवस्था और मोबाइल टीमों का गठन कर समय-समय पर रैन बसेरों में जाकर रात्रि विश्राम के लिए ठहरने वाले व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जांच करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्हें मौके पर ही जीवन रक्षक औषधियां उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिया है.
व्यापक प्रचार प्रसार करने को कहा
नेहरा ने बताया कि रैन बसेरों के लिए ऐसे स्थानों का चिन्हीकरण किया जाना है, जहां इस प्रकार के असहाय लोग खुले आसमान के नीचे स्थानों पर रहते हों. वहां से उन्हें इन रैन बसेरों में स्थानान्तरण करने के लिए आवश्यक वाहन आदि की व्यवस्था भी रखनी होगी. ठंड की ठिठुरन आदि से पीड़ित व्यक्ति के लिए तत्काल उपचार की व्यवस्था की जाएगी. जहां-जहां रैन बसेरे स्थापित किए जा रहे हैं, उन क्षेत्रों के आमजन में इनके सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार करना होगा.
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नेहरा ने रैन बसेरों के स्थापना स्थलों की सूची, क्षमता की जानकारी और इन रैन बसेरों का उपयोग करने वाले व्यक्तियों की साप्ताहिक जानकारी उनके कार्यालय को भेजने के भी निर्देश दिए हैं. उन्होनें निर्देशित किया है कि रैन बसेरा या आश्रय स्थल में आश्रय विहीन व्यक्तियों के लिए आधारभूत सुविधाओं जैसे स्नानागार, शौचालय आदि की व्यवस्था गत वर्ष की भांति की जाएं और इस हेतु इनसे किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाए.