राजसमंद. सांसद दीयाकुमारी ने मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता से मुलाकात कर संसदीय क्षेत्र राजसमंद की समस्याओं के निराकरण व योजनाओं की क्रियान्वयन के लिए लिखित दस्तावेज प्रस्तुत किए. सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि राष्ट्र धर्म की मिसाल कायम करने वाली पन्ना धाय का जन्म राजसमन्द जिले के कमेरी गांव में हुआ था, इसलिए भावा-राजसमंद में निर्माणाधीन कन्या महाविद्यालय का नामकरण मां पन्नाधाय राजकीय कन्या महाविद्यालय किया जाना चाहिए ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को अपने गौरवमयी इतिहास से अवगत करा सकें.
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सांसद ने राजसमंद में जिला स्तरीय खेल स्टेडियम बनाए जाने हेतु प्रस्ताव दिया साथ ही प्राकृतिक योग चिकित्सा केन्द्र और आयुष अस्पताल खोले जाने, राजसमंद मुख्यालय पर केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने एवं हॉर्टिकल्चर मिशन में जिले को चयन करने संबंधी प्रस्ताव भी रखा. सांसद दीयाकुमारी ने मुलाकात के दौरान ही मेडता एवं जैतारण में चिकित्सा केन्द्रों को क्रमोन्नत करने, नए चिकित्सा केन्द्र खोलने, नाथद्धारा-भीलवाड़ा, अजमेर पुष्कर रेलवे लाइन के मेडता तक को राज्य सरकार के ज्वाइंट वेंचर की सहमति के लिए भी लिखित में प्रस्ताव दिया.
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सांसद दीयाकुमारी ने पूर्व में सौंपे गए पत्रों के माध्यम से विभिन्न पेयजल योजनाओं, गैस पाइप लाइन हेतु पम्पिंग स्टेशन के लिए भूमि आवंटन, ब्यावर खास को जल जीवन मिशन के तहत लेने, ब्यावर नगर परिषद में आयुक्त के पद पर नियुक्ति जैसे विभिन्न मुद्दों पर भी पत्र शीघ्रता से कार्यवाही करने का अनुरोध किया.
कौन थी पन्नाधाय?
पन्ना धाय राणा सांगा के पुत्र उदय सिंह की धाय मां थी. पन्ना धाय ने उदय सिंह को बनवीर से बचाने के लिए उदय सिंह की जगह अपने पुत्र चंदन को सुला दिया. बनवीर ने पन्ना के पुत्र को उदय सिंह समझ कर मार डाला. उसके बाद पन्ना धाय उदय सिंह को लेकर सुरक्षित स्थान पर चली गई. इसी बलिदान के बाद पन्नाधाय इतिहास में अमर हो गई थी.