जयपुर. भारतीय मजदूर संघ का जिला स्तरीय बड़ा सम्मेलन जयपुर में हुआ. सम्मेलन में मजदूरों की समस्याओं को लेकर चर्चा की गई और नई कार्य समिति का भी गठन किया गया.सम्मेलन में भारतीय मजदूर संघ ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद निजीकरण और ठेका प्रथा को लेकर सरकार पर दबाव बनाया जाएगा.उन्होंने कहा कि सरकार निजी करण और ठेका प्रथा की ओर बढ़ रही है इसके विरोध में लोकसभा चुनाव के बाद एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
सम्मेलन में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने को लेकर भारतीय मजदूर संघ सक्रिय है. अनुपम ने कहा कि जो स्थाई प्रकृति का कार्य ठेके से काम कराया जा रहा है और अधिकारियों की संख्या लगातार बढ़ रही है तो यह सरकार का दोहरा चरित्र है. इसीलिए एक बड़ा आंदोलन करने की जरूरत है.
जयपुर के होटल में हुए सम्मेलन में जयपुर जिले और महानगर के कार्यकर्ता पदाधिकारी शामिल हुए. सम्मेलन में आगे की गतिविधियों और उनके विस्तार पर चर्चा की गई. मजदूरों की समस्याओं को लेकर भी इसमें प्रस्ताव लिए गए और योजना बनाने की बात कही गई.
भारतीय मजदूर संघ संकेत क्षेत्रीय संगठन मंत्री उत्तर पश्चिम क्षेत्र अनुपम ने कहा कि यह सम्मेलन प्रतिवर्ष किया जाता है. इसमें कार्य समिति का भी गठन होता है.उन्होंने कहा कि संस्थाओं में निजीकरण और ठेका प्रथा एक बहुत बड़ी समस्या है. उन्होंने कहा कि जहां स्थाई प्रकृति का काम है, वहांठेका मजदूर लगाकर काम किया जा रहा है और अधिकारियों की भर्ती लगातार की जा रही है.अनुपम ने यह भी कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव के बाद संस्थाओं के निजीकरण और ठेका प्रथा को लेकर सरकार पर दबाव बनाया जाएगा.
भारतीय मजदूर संघ के सम्मेलन में नई जिला कार्यकारिणी बनाई गई. इसमें मंजू देवी को अध्यक्ष, प्रमिला वर्मा को उपाध्यक्ष, सुनील यादव को जिला मंत्री , रतन सिंह को कोषाध्यक्ष सुशील गुप्ता को संगठन मंत्री और मनीष प्रजापत को सदस्य बनाया गया है. सम्मेलन में समाजसेवी गोपाल शर्मा, दीनानाथ रूंथला, बिशन सिंह तंवर, राज बिहारी शर्मा, एसके राठौड़ हरिमोहन शर्मा आदि मौजूद थे.
क्षेत्रीय संगठन मंत्री उत्तर पश्चिम क्षेत्र अनुपम ने कहा ट्रेड यूनियन चलाना और उसकी सारी उपलब्धियां हमारे लिए बायो प्रोडक्ट है.यह हमारा उद्देश्य नहीं है उन्होंने कहा कि हम संघ स्कूल ऑफ थॉट के विद्यार्थी हैं हमें सपना नहीं देखना उसको साकार करना है.