जयपुर. राजधानी के मुरलीपुरा थाना इलाके में बुधवार सुबह इंटर कास्ट मैरिज के चलते अंजली वर्मा को गोली मारने की वारदात का देर रात पुलिस ने खुलासा कर दिया. पुलिस ने मामले में अंजलि के जेठ अब्दुल अजीज सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों से वारदात में प्रयुक्त स्कूटी और पिस्टल भी बरामद की है.
डीसीपी वेस्ट बंदिता राणा ने बताया कि इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड अंजलि का जेठ अब्दुल अजीज है, जो अंजली और लतीफ के लव मैरिज करने के चलते काफी नाराज था. अंजली से पहले भी लतीफ शादीशुदा था और उसने अंजलि से शादी करने के लिए अपनी पहली पत्नी को छोड़ा था, जिसके लिए 25 लाख रुपए देने पड़े थे. यह रकम अब्दुल अजीज ने ही अदा की थी, जिसके चलते दोनों भाइयों के बीच में काफी विवाद चल रहा था. इस बात को लेकर दोनों भाइयों के बीच में अक्सर झगड़ा हुआ करता था. अपने बड़े भाई से परेशान होकर लतीफ ने सदर थाने में उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया था.
पढ़ें-जयपुर में दिनदहाड़े फायरिंग, विवाहिता को मारी गोली...मुस्लिम लड़के से की थी शादी
भाई की पत्नी को खत्म करवाने के लिए दी 2 लाख की सुपारी- भाई की लव मैरिज और खुद पर दर्ज मुकदमों से परेशान होकर अब्दुल अजीज ने अंजलि को जान से मरवाने की प्लानिंग की. इसके लिए उसने चूड़ी बनाने का काम करने वाले अपने एक साथी मोहम्मद राजा उर्फ राजू को 2 लाख रुपए की सुपारी दी. इसके बाद राजू ने चूड़ी बनाने के कारखाने में काम करने वाले कलीम और आबिद को रुपयों का लालच देकर अंजलि को खत्म करने के लिए तैयार किया.
इसके बाद पूरी प्लानिंग के तहत कलीम और आबिद ने पहले अंजलि की रेकी की और बुधवार को जब अंजली ऑटो से उतरने के बाद पैदल अपने कार्यालय की तरफ जा रही थी तब पीछे से जाकर कार्यालय के पास ही उसकी पीठ पर गोली मार दी. वारदात में प्रयुक्त स्कूटी और हथियार दोनों कलीम के हैं. प्रकरण में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब्दुल अजीज, मोहम्मद राजा और कलीम को गिरफ्तार किया है. वही आबिद अभी फरार चल रहा है जिसकी तलाश की जा रही है.
हाईकोर्ट से भी मांगी थी सुरक्षा, अजीज को किया था पाबंद- पुलिस की ओर से की जा रही प्रकरण की जांच में यह बात भी सामने आई है कि अब्दुल अजीज लगातार अंजलि और उसके पति लतीफ को लव मैरिज करने के चलते धमकियां दे रहा था. इसके चलते अंजलि और लतीफ ने हाईकोर्ट में गुहार लगाते हुए सुरक्षा की मांग की थी. तब हाईकोर्ट के निर्देश पर जयपुर पुलिस ने अब्दुल अजीज को पाबंद किया था. इन तमाम चीजों के चलते अब्दुल अजीज अंजलि और लतीफ से काफी बैर रखने लगा व उनसे बदला लेने का मौका ढूंढने लगा.
अस्पताल में इलाजरत अंजलि ने पुलिस को पर्चा बयान में यह बताया कि हमलावरों ने गोली मारने से पहले किसी से फोन पर बातचीत कर यह भी पूछा था की गोली कहां मारनी है. तब उसे उस व्यक्ति की आवाज जानी पहचानी लगी और उसने रियाज पर शक जताया. हालांकि इस पूरे प्रकरण में अब तक रियाज की कोई भी भूमिका नहीं पाई गई है, फिलहाल पुलिस की जांच जारी है.