जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर भाजपा विधायक अनिता भदेल ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर कटाक्ष किया. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को लेकर कहा कि अब धारा 370 वापस लागू करना कांग्रेस के बस की बात नहीं है. क्योंकि उसके लिए राज्यसभा और लोकसभा में बहुमत जरूरी है. भदेल ने कहा कि राहुल गांधी को तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करना चाहिए, जिनके कारण राहुल गांधी लाल चौक पर शांतिपूर्वक और बिना किसी आतंकी घटना के लाल चौक पर झंडा फहरा सके.
भदेल ने कहा कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में लाल चौक पर झंडा फहराया गया और बोला गया कि हमारी सरकार बनेगी तो धारा 370 वापस पुरानी स्थिति में लाई जाएगी. भदेल ने कहा कि 'कौन से सपने देख रहे हो' धारा 370 लगाना आपके हाथ की बात नहीं है. राज्यसभा और लोकसभा में जब तक 2 तिहाई बहूमत नहीं होगी, तब तक आप उस तरह से मनमर्जी नहीं कर सकते, जैसे पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू जी ने भारत के टुकड़े करने और कश्मीर में अलगाववाद पैदा करने की कोशिश की थी. भदेल ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली और इतनी आसानी से लाल चौक पर तिरंगा फहराया. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण संभव हुआ है, नहीं तो आतंकियों के डर के कारण लाल चौक जाने में ही लोग डरते थे.
बिजली का करंट तारों में नहीं, बिलों में आ रहा है : अनीता भदेल ने राजस्थान सरकार पर बिजली की कटौती और सरचार्ज के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि एक ओर सरकार की ओर से कहा जाता है कि राजस्थान का बिजली उत्पादन सरप्लस हो चुका है और हमें किसी से बिजली खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी. लेकिन कोयले की कमी का कृत्रिम संकट पैदा कर प्राइवेट कंपनियों से अधिक मूल्य पर बिजली ली जा रही है, ताकि कमीशन सबकी जेब में पहुंचे. भदेल ने कहा कि इस भ्रष्टाचार के चलते ही राजस्थान के 7 करोड़ उपभोक्ताओं पर सरचार्ज के रूप में अतिरिक्त भार डाला गया, जबकि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के बाद जो बिजली के दाम नहीं बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन सरचार्ज के चलते आज उपभोक्ता को बिजली के तारों में करंट नहीं मिल रहा है, बल्कि बिजली के बिलों में करंट मिल रहा है.
बलवान पूनिया ने कहा, पायलट-गहलोत की लड़ाई है तो राजीनामा भाजपा में भी नहीं है : विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान माकपा विधायक बलवान पूनिया ने सदन में गहलोत, पायलट और भाजपा में गुटबाजी पर शेरो शायरी करते हुए भाजपा और कांग्रेस दोनों में ही गुटबाजी की बात कही. पूनिया ने एक शायरी में कहा, 'अगर उल्फत इधर बड़ी है, तो सवेरा रोशन उधर भी नहीं है, अगर गहलोत-सचिन की लड़ाई है तो राजीनामा भाजपा में भी ज्यादा नहीं है'. बलवान पूनिया ने कहा कि भाजपा में गुटबाजी का उदारण है कि आज जब विशेषाधिकार का मामला आया उस समय राजेंद्र राठौड़ जोर लगाकर बोल रहे थे, लेकिन सतीश पूनिया अपनी सीट से उठे भी नहीं.
पूनिया ने कहा कि मैं नौजवानों को कहना चाहता हूं कि राजेंद्र राठौड़ की मुंह की तरफ ना देखें, अब यह बुड्ढे हो गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि फसलबीमा के लिए नुकसान तय करने के लिए क्रॉप कटिंग को आधार माना जाए. इसके लिए मैंने 18 जिलों के कागज मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री और एसीएस कृषि को उपलब्ध करवा दिए. इसके साथ ही उन्होंने कृषि विभाग की ओर से फसलों को हुए नुकसान की जानकारी देने के लिए जारी किए गए टोल फ्री नंबर पर भी सवाल खड़े किए. उन्होने कहा कि सदन में भले ही कृषि मंत्री ने टोल फ्री नंबरों का ऐलान किया, लेकिन हकीकत यह है कि कोई टोल फ्री नंबर नहीं उठाता. इसलिए किसानों को मुआवजा देने का आधार राजस्थान सरकार कृषि और राजस्व विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट को बनाया जाए.
पायलट कैंप के विधायक इंद्राज गुर्जर बोले- RPSC में कौन बैठा है जो पेपर लीक कर रहा है : राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए पायलट कैंप के विधायक इंद्राज गुर्जर ने भले ही ज्यादातर मुद्दों पर गहलोत सरकार की तारीफ की हो, लेकिन उन्होंने पेपर लीक के मामले पर सवाल खड़े किए. इंद्राज गुर्जर ने कहा कि शिक्षा मंत्री यहां बैठे हैं. मैं युवा हूं तो युवाओं की बात जरूर करूंगा. उन्होंने राजस्थान में पेपर लीक की घटनाएं करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि 10 महीने बाद चुनाव है. हमें जनता के बीच जाना है और युवा वर्ग हमसे जवाब मांगेगा. ऐसे में पेपर लीक प्रकरण की तह में जाकर यह पता लगाया जाए कि आरपीएससी का कौन व्यक्ति इसमें शामिल है, जो पेपर चोरी कर बाहर भेज देता है.