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43 लाख की साइबर ठगी : चारों आरोपी तीन दिन की रिमांड पर, गिरोह के अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी संभव

यू ट्यूब पर वीडियो लाइक करने पर मोटी कमाई का लालच देकर 43 लाख रुपये की ठगी के मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों से एसओजी पूछताछ में जुटी है. संभावना है कि इनसे पूछताछ में नए तथ्य सामने आने के बाद इस गिरोह के कई और बदमाश एसओजी के हत्थे चढ़ सकते हैं.

Cyber Fraud in Rajasthan
चारों आरोपी तीन दिन की रिमांड पर
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Published : Apr 27, 2023, 4:22 PM IST

जयपुर. यू ट्यूब पर वीडियो लाइक कर मोटी कमाई का झांसा देकर एक महिला मनोविज्ञानी से 43 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों से एसओजी की पूछताछ जारी है. एसओजी की पूछताछ में इस गिरोह से जुड़े कई अन्य बदमाशों के नाम सामने आने और उनकी गिरफ्तारी की संभावना है. फिलहाल, एसओजी की टीम पूरे मामले के तकनीकी विश्लेषण और चारों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है. उन्हें तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है.

दरअसल, एसओजी के साइबर थाने में 4 अप्रैल को दर्ज साइबर धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई करते हुए एसओजी ने बुधवार को भीलवाड़ा के बेई निवासी युवराज मीणा, चित्तौड़गढ़ के आकोला निवासी लेहरू लाल तेली और चित्तौड़गढ़ के संगेसरा निवासी किशनलाल प्रजापत और गोवर्धन रैगर को गिरफ्तार किया था. गुरुवार को उन्हें कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है. अब उनसे एसओजी की टीम विस्तृत पूछताछ करने में जुटी है. इन आरोपियों के कब्जे से जब्त बैंक पास बुक, चेक बुक, एटीएम कार्ड और मोबाइल जब्त किए गए हैं. इनके आधार पर भी तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा है.

पढ़ें : Jaipur Fraud Case: करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोपी को मुंबई से दबोचा, ऐसे बनाता था शिकार

महिला मनोविज्ञानी ने दर्ज करवाया था मामला : एसओजी के साइबर थाने में 4 अप्रैल को डॉ. अंकिता सिंह ने रिपोर्ट दी थी. इसमें उन्होंने बताया था कि उनके वाट्सएप पर एक व्यक्ति ने खुद को अपूर्वा ग्लोबल एडवरटाइजिंग कंपनी का सेल्स मैनेजर बताते हुए मैसेज किया कि यू ट्यूब पर एक वीडियो लाइक करने पर उन्हें 50 रुपये मिलेंगे. उसने हर दिन करीब 2500 रुपये की कमाई का झांसा दिया. उसने वीडियो लाइक किए तो खाते में रुपये भी आए. फिर गलत वीडियो लाइक करने का हवाला देकर पेनल्टी के नाम पर 43 लाख रुपये ठग लिए. ठगी की यह रकम जिन 11 खातों में जमा हुई हैं. उनमें से 9 खातों में 22 करोड़ का लेन देन हुआ है. इस पर एसओजी ने इन खातों को सीज करवा दिया.

ऑनलाइन गेम एप की भी होगी जांच : प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि लोगों को झांसा देकर ठगने के साथ ही इस गिरोह से जुड़े बदमाश ऑनलाइन गेमिंग एप भी संचालित करते हैं. जिन खातों में ठगी की रकम जमा करवाई जाती है, उनसे गेम में जीतने वालों को भुगतान किया जाता है. जबकि गेम खेलने के एवज में उनसे अलग खातों में राशि जमा करवाई जाती है. अब जिन खातों में गेम खेलने वालों से राशि जमा करवाई जाती थी, उनकी भी जांच की जा रही है. इन खातों की जांच में भी गिरोह से जुड़े लोगों के नाम सामने आने की उम्मीद है.

चारों आरोपी तीन दिन की रिमांड पर : एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार युवराज मीणा, लेहरू लाल तेली, किशन लाल प्रजापत और गोवर्धन रैगर को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. जो भी नए तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.

जयपुर. यू ट्यूब पर वीडियो लाइक कर मोटी कमाई का झांसा देकर एक महिला मनोविज्ञानी से 43 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों से एसओजी की पूछताछ जारी है. एसओजी की पूछताछ में इस गिरोह से जुड़े कई अन्य बदमाशों के नाम सामने आने और उनकी गिरफ्तारी की संभावना है. फिलहाल, एसओजी की टीम पूरे मामले के तकनीकी विश्लेषण और चारों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है. उन्हें तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है.

दरअसल, एसओजी के साइबर थाने में 4 अप्रैल को दर्ज साइबर धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई करते हुए एसओजी ने बुधवार को भीलवाड़ा के बेई निवासी युवराज मीणा, चित्तौड़गढ़ के आकोला निवासी लेहरू लाल तेली और चित्तौड़गढ़ के संगेसरा निवासी किशनलाल प्रजापत और गोवर्धन रैगर को गिरफ्तार किया था. गुरुवार को उन्हें कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है. अब उनसे एसओजी की टीम विस्तृत पूछताछ करने में जुटी है. इन आरोपियों के कब्जे से जब्त बैंक पास बुक, चेक बुक, एटीएम कार्ड और मोबाइल जब्त किए गए हैं. इनके आधार पर भी तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा है.

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महिला मनोविज्ञानी ने दर्ज करवाया था मामला : एसओजी के साइबर थाने में 4 अप्रैल को डॉ. अंकिता सिंह ने रिपोर्ट दी थी. इसमें उन्होंने बताया था कि उनके वाट्सएप पर एक व्यक्ति ने खुद को अपूर्वा ग्लोबल एडवरटाइजिंग कंपनी का सेल्स मैनेजर बताते हुए मैसेज किया कि यू ट्यूब पर एक वीडियो लाइक करने पर उन्हें 50 रुपये मिलेंगे. उसने हर दिन करीब 2500 रुपये की कमाई का झांसा दिया. उसने वीडियो लाइक किए तो खाते में रुपये भी आए. फिर गलत वीडियो लाइक करने का हवाला देकर पेनल्टी के नाम पर 43 लाख रुपये ठग लिए. ठगी की यह रकम जिन 11 खातों में जमा हुई हैं. उनमें से 9 खातों में 22 करोड़ का लेन देन हुआ है. इस पर एसओजी ने इन खातों को सीज करवा दिया.

ऑनलाइन गेम एप की भी होगी जांच : प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि लोगों को झांसा देकर ठगने के साथ ही इस गिरोह से जुड़े बदमाश ऑनलाइन गेमिंग एप भी संचालित करते हैं. जिन खातों में ठगी की रकम जमा करवाई जाती है, उनसे गेम में जीतने वालों को भुगतान किया जाता है. जबकि गेम खेलने के एवज में उनसे अलग खातों में राशि जमा करवाई जाती है. अब जिन खातों में गेम खेलने वालों से राशि जमा करवाई जाती थी, उनकी भी जांच की जा रही है. इन खातों की जांच में भी गिरोह से जुड़े लोगों के नाम सामने आने की उम्मीद है.

चारों आरोपी तीन दिन की रिमांड पर : एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार युवराज मीणा, लेहरू लाल तेली, किशन लाल प्रजापत और गोवर्धन रैगर को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. जो भी नए तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.

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