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जयपुर-रींगस रेल मार्ग के सीआरएस इंस्पेक्शन की अवधि खत्म... अब यार्ड रिमॉडलिंग के बाद ही चलेगी ट्रेन - जयपुर रेलवे विभाग की खबर

जयपुर रेलवे द्वारा आमान परिवर्तन के लिए बंद किए गए जयपुर-रींगस रेलमार्ग के सीआरएस की अवधि भी निकल गई. जिसके बाद अब यात्रियों को फिर 40 से ज्यादा दिनों का इंतजार करना पड़ेगा.

CRS Inspection period of Jaipur Reengus Rail route ends, जयपुर रींगस रेल मार्ग के सीआरएस इंस्पेक्शन की अवधि खत्म
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Published : Aug 9, 2019, 9:23 PM IST

जयपुर. रेलवे द्वारा आमान परिवर्तन के लिए बंद किये गए जयपुर रींगस रेलमार्ग के सीआरएस की अवधि भी निकल गई. जिसके बाद अब यात्रियों को फिर 40 से ज्यादा दिनों का इंतजार करना पड़ेगा. रेलवे द्वारा नवंबर 2016 में आमान परिवर्तन के लिए बंद किए गए जयपुर रींगस रेल मार्ग पर मई में ट्रेनों का संचालन शुरू होना था.

जयपुर-रींगस रेल मार्ग के सीआरएस इंस्पेक्शन की अवधि खत्म... यार्ड रिमॉडलिंग के बाद ही चलेगी ट्रेन

पढ़ें- राजस्थान के अजमेर में ट्रिपल तलाक के तहत पहला मामला हुआ दर्ज

अप्रैल में इस मार्ग पर हुए वेस्टर्न सर्किल के रेलवे संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण (सीआरएस) में इस ट्रैक पर ट्रेन संचालन को 23 अप्रैल को ही मंजूरी मिल गई थी. लेकिन रेलवे विभाग द्वारा ट्रेन नहीं चलाई गई. वहीं रेलवे विभाग 15 अगस्त से यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य शुरू करने जा रहा है. इस दौरान उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि रेलवे द्वारा यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य करवाया जा रहा है. जो इस महीने तक पूरा हो जाएगा साथ ही उन्होंने कहा कि यार्ड रिमॉडलिंग के बाद ढेर के बालाजी से लेकर रींगस स्टेशन तक का रूट भी खुल जाएगा.

जिसके बाद सितंबर से इस रूट पर ट्रेन चलने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि इस प्रोजेक्ट में खास बात यह है कि उत्तर पश्चिम रेलवे का यह पहला प्रोजेक्ट है जो की डेट लाइन से 2 माह पहले पूरा हो गया था. लेकिन रेलवे अधिकारियों के आपसी तनाव के चलते यहां पर सीआरएस इंस्पेक्शन की डेट निकल गई और ट्रेन नहीं चल पाई.

क्या है सीआरएस का नियम

रेलवे के अनुसार सीआरएस द्वारा 23- 24 अप्रैल को इस रूट पर ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी गई थी. और रेलवे नियमानुसार रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की मंजूरी मिलने के बाद 90 दिन के भीतर ट्रेन चलाना अनिवार्य होता है. लेकिन ट्रेन नहीं चल पाने से यहां पर सीआरएस निरीक्षण की वैधता खत्म हो गई. और अब रेलवे को दोबारा से ट्रेन चलाने के लिए सीआरएस की मंजूरी लेनी पड़ेगी.

जयपुर. रेलवे द्वारा आमान परिवर्तन के लिए बंद किये गए जयपुर रींगस रेलमार्ग के सीआरएस की अवधि भी निकल गई. जिसके बाद अब यात्रियों को फिर 40 से ज्यादा दिनों का इंतजार करना पड़ेगा. रेलवे द्वारा नवंबर 2016 में आमान परिवर्तन के लिए बंद किए गए जयपुर रींगस रेल मार्ग पर मई में ट्रेनों का संचालन शुरू होना था.

जयपुर-रींगस रेल मार्ग के सीआरएस इंस्पेक्शन की अवधि खत्म... यार्ड रिमॉडलिंग के बाद ही चलेगी ट्रेन

पढ़ें- राजस्थान के अजमेर में ट्रिपल तलाक के तहत पहला मामला हुआ दर्ज

अप्रैल में इस मार्ग पर हुए वेस्टर्न सर्किल के रेलवे संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण (सीआरएस) में इस ट्रैक पर ट्रेन संचालन को 23 अप्रैल को ही मंजूरी मिल गई थी. लेकिन रेलवे विभाग द्वारा ट्रेन नहीं चलाई गई. वहीं रेलवे विभाग 15 अगस्त से यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य शुरू करने जा रहा है. इस दौरान उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि रेलवे द्वारा यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य करवाया जा रहा है. जो इस महीने तक पूरा हो जाएगा साथ ही उन्होंने कहा कि यार्ड रिमॉडलिंग के बाद ढेर के बालाजी से लेकर रींगस स्टेशन तक का रूट भी खुल जाएगा.

जिसके बाद सितंबर से इस रूट पर ट्रेन चलने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि इस प्रोजेक्ट में खास बात यह है कि उत्तर पश्चिम रेलवे का यह पहला प्रोजेक्ट है जो की डेट लाइन से 2 माह पहले पूरा हो गया था. लेकिन रेलवे अधिकारियों के आपसी तनाव के चलते यहां पर सीआरएस इंस्पेक्शन की डेट निकल गई और ट्रेन नहीं चल पाई.

क्या है सीआरएस का नियम

रेलवे के अनुसार सीआरएस द्वारा 23- 24 अप्रैल को इस रूट पर ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी गई थी. और रेलवे नियमानुसार रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की मंजूरी मिलने के बाद 90 दिन के भीतर ट्रेन चलाना अनिवार्य होता है. लेकिन ट्रेन नहीं चल पाने से यहां पर सीआरएस निरीक्षण की वैधता खत्म हो गई. और अब रेलवे को दोबारा से ट्रेन चलाने के लिए सीआरएस की मंजूरी लेनी पड़ेगी.

Intro:जयपुर-- रेलवे के द्वारा आमान परिवर्तन के लिए बंद किये जयपुर रींगस रेलमार्ग के crs की अवधि भी निकल गई,,,,,,, ऐसे में अब इस रूट के यात्रियो को फिर 40 से ज्यादा दिनों का इंतजार करना पड़ेगा,,,,,, रेलवे द्वारा अब 15 अगस्त से यार्ड रिमोर्डलिंग का कार्य शुरू करने जा रहा है,,,,, जिसके चलते अब इस रूट पर ट्रेन सितंबर तक ही चलेगी,,,,,,


Body:जयपुर -- रेलवे द्वारा नवंबर 2016 में अमन परिवर्तन के लिए बंद किए गए जयपुर रींगस रेल मार्ग पर मई में ट्रेनों का संचालन शुरू करना था,,,,,,,,, अप्रैल में इस मार्ग पर हुए वेस्टर्न सर्किल के रेलवे संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण ( सीआरएस) में इस ट्रैक पर ट्रेन संचालन को 23 अप्रैल को ही मंजूरी मिल गई थी,,,,,,, भूषण की तीन माह में ट्रेन चलानी होती है,,,,,,,, लेकिन रेलवे द्वारा ट्रेन नहीं चलाई गई,,,,, चलेगी अब रेलवे द्वारा 15 अगस्त से जयपुर यार्ड रीमॉडलिंग का काम भी शुरू हो जाएगा जो 1 महीने में पूरा हो पाएगा,,,,,,, इस दौरान उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि रेलवे द्वारा यार्ड रीमॉडलिंग का कार्य करवाया जा रहा है ,,,,,,,,जो कि इस महीने तक पूरा हो जाएगा साथ ही ,,,,,,,,उन्होंने कहा कि यार्ड मॉडलिंग के काम के बाद ढेर के बालाजी से लेकर रींगस स्टेशन तक का रूट भी खुल जाएगा,,,,, ऐसे में अब सितंबर तक इस रूट पर ट्रेन चलने की भी संभावना जताई जा रही है,,,,,, हालांकि इस प्रोजेक्ट में खास बात यह है कि उत्तर पश्चिम रेलवे का यह पहला प्रोजेक्ट है जो की डेट लाइन से 2 माह पहले पूरा हो गया था,,,,,,, लेकिन रेलवे अधिकारियों के आपसी तनाव के चलते यंहा पर सीआरएस इंस्पेक्शन की डेट निकल गई और ट्रेन नहीं चल पाई,,,,,,

ये है रेलवे नियम--

रेलवे के अनुसार सीआरएस द्वारा 23- 24 अप्रैल को इस रूट पर ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी गई थी ,,,,,,,,,क्योंकि रेलवे नियमानुसार सीआरएस की मंजूरी मिलने के बाद 90 दिन के भीतर ट्रेन चलाना अनिवार्य होती है,,,,,,,ऐसे में अब यंहा पर सीआरएस निरीक्षण की वैधता खत्म हो गई,,,,,, वहीं अब रेलवे को दोबारा से ट्रेन चलाने के लिए सीआरएस की मंजूरी लेनी पड़ेगी,,,,,,

रोजाना 5000 से अधिक यात्री प्रभावित,,, रेलवे को लाखों का नुकसान--

जयपुर रींगस रूट पर ट्रेन शुरू होने से शेखावटी के लोगों को 3 साल से हो रही परेशानी से निजात मिलेगी,,,,, शेखावाटी से रोजाना 5000 से ज्यादा लोग जयपुर आते हैं ,,,,,ट्रेन के शुरू होने से इन्हें फिर से राहत मिल सकेगी,,,,, क्योंकि ट्रेक बंद होने से पहले इस रूट पर रोजाना तीन चार ट्रेनों का संचालन होता था,,,, जिसमें अधिकांश दैनिक यात्री सफर करते थे,,,,, वहीं रेलवे को ट्रेन शुरू होने से रोजाना करीब 2 लाख का नुकसान भी हो रहा है,,,,,,,,



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