जयपुर. राजस्थान में जुलाई 2020 में भंग हुई ब्लॉक, जिला कांग्रेस कमेटियों के (Countdown of appointments begins in Rajasthan) गठन का इंतजार अब इस महीने खत्म हो सकता है. प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा (Increased activism of incharge Randhawa) इसे लेकर काम शुरू कर चुके हैं और उन्होंने एक-दो दिनों में संगठन में नियुक्तियां करने की बात भी कही थी. यही कारण है कि बीते दो दिनों से राजस्थान के संगठन चुनाव में पीआरओ रहे राजेंद्र सिंह कुंपावत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि इन बैठकों के दौर में नामों की सूची फाइनल करने का काम भी तेजी से चल रहा है. हालांकि, सूची (appointment in Rajasthan Congress soon) प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से एआईसीसी को भिजवा दी गई थी, लेकिन एआईसीसी ने संगठन के जिला प्रभारियों से दोबारा 3-3 नामों की सूची मांगी थी. जिनसे पुराने नामों का मिलान किया जा रहा है. यही कारण है कि कुछ नाम पुरानी लिस्ट से बदले जा सकते हैं तो नए नेताओं को इसमें मौका मिल सकता है.
कार्यकारिणी में शामिल होंगे 50 साल से कम उम्र के नेता: राजस्थान के उदयपुर में हुए कांग्रेस ने संकल्प शिविर के फैसले के अनुसार कांग्रेस संगठन में नियुक्ति पाने वाले जिला अध्यक्षों, ब्लॉक अध्यक्षों के साथ ही जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी के पदाधिकारियों में भी 50 फीसदी वो चेहरे (names will be stamped soon) शामिल किए जाएंगे, जिनकी आयु 50 साल से कम होगी. वहीं, वो नेता जो पांच साल या उससे ज्यादा समय से कांग्रेस पार्टी में संगठन के दायित्वों पर रहा है, उन्हें भी तीन साल का कूलिंग पीरियड काटना होगा. यानी इन नेताओं को संगठन में जगह नहीं मिलेगी.
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यही कारण है कि राजस्थान कांग्रेस ने जिन 13 जिला अध्यक्षों की घोषणा की थी. उनमें जोधपुर ग्रामीण, नागौर, बीकानेर, दौसा और बाड़मेर जिला अध्यक्ष हैं. इन्हें दोबारा जिला अध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन उदयपुर नव संकल्प के चलते इन 5 जिला अध्यक्षों को इस्तीफा देना पड़ा. ऐसे में 8 जिला अध्यक्षों को छोड़ बाकी सभी नए जिला अध्यक्ष बनाए जाएंगे तो वहीं, संगठन के 39 पदाधिकारियों में से भी कई पदाधिकारियों को एक पद पर 5 साल से ज्यादा का समय होने के चलते इस्तीफा देना पड़ा था.
ऐसा नहीं है कि जनवरी माह में राजस्थान के सभी 400 ब्लॉक और संगठन के अनुसार बने 52 जिलों में से बाकी बचे 37 जिला अध्यक्ष और उनकी कार्यकारिणी घोषित कर दी जाएगी. कई जिले ऐसे भी हैं, जहां विवाद की स्थिति है. जिसे देखते हुए फिलहाल उन ब्लॉक और जिलों में पदाधिकारी बनाए जाएंगे, जहां कोई विवाद नहीं है. हालांकि, विधानसभा चुनाव में एक साल से कम समय होने के चलते अगले एक महीने में बाकी बचे संगठनों में भी नियुक्तियां कर दी जाएगी.