चाकसू (जयपुर). कोरोना से बचाव के लिए हरएक संभावित कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन एक बार फिर स्वास्थकर्मियों की लापरवाही का मामला सामने आया है. राजधानी के चाकसू में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मौत के बाद हॉस्पिटल से शव लेकर परिजन घर आए. अंतिम संस्कार की जरूरी तैयारियां करने के बाद महिला के शव को जलाने के लिए चिता पर सजाया गया. इस पूरी प्रक्रिया में करीब तीन-चार घंटे का वक्त लगा. जब चिता पर रखने के बाद आग देने की प्रक्रिया की जा रही थी, तब स्वास्थ्य विभाग के कर्मी महिला का सैंपल लेने पहुंचे.
डॉ. शंकर सांवरिया ने बताया कि 65 वर्षीय महिला की मौत होने पर प्रशासन को कोरोना संदिग्ध की सूचना मिलने पर मेडिकल टीम मोक्षधाम पहुंची थी और मृतका की कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था. इसके अलावा 4 परिजनों के भी नमूने लिए गए और शवयात्रा में शामिल सभी लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया. हालांकि, जानकारी में महिला का गत दिनों चाकसू से बाहर के लिए आवागमन नहीं था. आज उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए, वहीं, कस्बे में हड़कंप मचा गया है.
तलाशी जा रही कॉन्टैक्ट हिस्ट्री...
मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. सौम्य पण्डित ने बताया कि वार्ड-9 निवासी एक मृतका महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जिसके बाद मेडिकल टीम और प्रशासन अधिक सक्रिय हो गए हैं. मृतका के परिवार से कॉन्टैक्ट हिस्ट्री और सम्पर्क में रहे लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है.
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उपखण्ड अधिकारी ओमप्रकाश सहरण और तहसीलदार अशर्दीप बरार के अनुसार ऐसी कोई भी सन्दिग्ध कोरोना जानकारी मिलने पर तत्काल प्रशासन और मेडिकल टीम द्वारा स्क्रीनिंग और नमूने लेकर भेजा जाता है. लेकिन इस मृतक महिला के केस में ऐसे कोई भी लक्षण सामने नहीं आए थे. इसलिए हमें जांच रिपोर्ट लेने में देर लग गई.
उन्होंने कहा कि फिलहाल लोगों से अपील है कि सभी सरकार और प्रशासन द्वारा जारी सभी गाइडलाइंस का पालन करें. अपनी और परिवार की सेहत का सोचें और होम क्वॉरेंटाइन रहने में पूरा सहयोग दें.