जयपुर. कर्नाटक के बाद अब राजस्थान में भी बजरंग दल को बैन करने के वादों को कांग्रेस की नीति पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने हमला बोला. जोशी ने कहा कि गहलोत सरकार के मंत्री का यह बयान अपने आप में निंदनीय है. जो साफ दर्शाता है कि कांग्रेस आंतकवादी संगठनों से संबंध रखने वाले संगठनों को संरक्षण देने का काम कर रही है और जो हिंदू संस्कृति को बचाने के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें बैन करना चाह रही है. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस तुष्टीकरण की सीमा को लांघ रही है. ये ही बजरंगी रावण रूपी लंका को ढाहने का काम करेंगे. इसके साथ ही महंगाई राहत कैंप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एलईडी स्क्रीन पर दिखाई जा रही पिक्चर पर भी उन्होंने आपत्ति जताई. जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री को लेकर इस तरह से सार्वजनिक रूप से पिक्चर चलाना कानूनी रूप से भी अपराध है. इस मामले में जो भी दोषी है, फिर चाहे वह अधिकारी हो, कर्मचारी हो या फिर कोई नेता उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.
लंका को ढहाएंगे बजरंगी - प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी ने जिस तरह से तुष्टीकरण की सीमा लांघी है, उससे उनकी सियासी मंशा साफ होती है. साथ ही उन्होंने बजरंग दल और हिंदू संगठनों को बैन करने और आतंकवादी संगठनों की तुलना हिंदू संगठनों से करने को भी दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. जोशी ने कहा कि यही बजरंगी तुष्टीकरण ग्रुप की लंका को ढहाने का काम करेंगे. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि गहलोत सरकार के एक मंत्री ने राजस्थान में हिंदू संगठन और बजरंग दल को बैन करने की बात की है. लेकिन मंत्री का बयान कांग्रेस की तुष्टीकरण नीति को सार्वजनिक करता है. इस अहंकारी और घमंडी सरकार को आने वाले विधानसभा चुनाव में यही बजरंगी मुंहतोड़ जवाब देंगे.
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जोशी ने कहा कि साढ़े 4 साल में नाकाम रही कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अब प्रदेश की जनता दिन गिन रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस हिंदू संस्कृति के खिलाफ काम कर रही है. ऐसे में जनता इन्हें किसी भी कीमत पर माफ नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि ये वही कांग्रेस है, जिसकी सरकार में जय श्रीराम के नारे लगाने पर मुकदमे दर्ज किए जाते हैं. यहां तक कि रामनवमी पर जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी जाती है. जोशी ने कहा कि अहंकारी रावण की लंका को हटने के लिए के लिए अब बजरंगी मैदान में उतर चुके हैं.
गरीब को गरीब होने का अहसास करा रही कांग्रेस - सीपी जोशी ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस के मेनिफेस्टो में था कि महंगाई को कम करेंगे, लेकिन इस सरकार में महंगाई कम नहीं हुई. साढ़े 4 साल तक ये सरकार केवल कुर्सी बचाने में लगी रही. अब राहत कैंपों के जरिए लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है. लेकिन हकीकत यह है कि ये राहत कैंप नहीं, बल्कि लोगों के लिए आफत कैंप है. उन्होंने कहा कि इस कैंप में राहत के लिए आया एक शख्स गर्मी में गश्त खाकर गिर जाता है और उसकी मृत्यु हो जाती है. लेकिन इससे भी इस सरकार को कोई लेना देना नहीं है.
सीपी जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीखना चाहिए. पीएम ने अंतिम व्यक्ति को उसके खातों के जरिए राहत देने का काम किया है. रही बात कांग्रेस के राहत कैंपों की तो ये कोई राहत नहीं दे रह हैं, बल्कि गरीब को गरीब होने का अहसास करा रहे हैं.
पीएम की पिक्चर चलना कानूनी अपराध - जोशी ने राजपुर के महंगाई राहत कैंप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिखाई गई पिक्चर पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि जिस तरह से देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ एलईडी स्क्रीन लगाकर पिक्चर दिखाई गई और आयोजन स्थल पर महंगाई हटाओ, मोदी भगाओ के नारे लगाए गए वो सच में दुर्भाग्यपूर्ण हैं. साथ ही इस अपराध में आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. बता दें कि सीपी जोशी ने इस पूरे मामले को लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने दोषियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई की मांग की है.