ETV Bharat / state

दिल्ली पहुंचकर गहलोत ने की अनुशासन की बात, आज साफ होगी तस्वीर

राजस्थान में बने ताजा सियासी हालात के बीच सीएम अशोक गहलोत बुधवार रात दिल्ली पहुंच गए. (Ashok Gehlot Delhi Tour) दिल्ली पहुंचने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए पहली प्रतिक्रिया दी है. इस दौरान उन्होंने अनुशासन की बात कही.

Ashok Gehlot Delhi Tour
सीएम गहलोत
author img

By

Published : Sep 28, 2022, 10:47 AM IST

Updated : Sep 29, 2022, 10:52 AM IST

जयपुर. राजस्थान में छिड़े सियासी संग्राम के बीच सीएम अशोक गहलोत बुधवार रात दिल्ली पहुंच गए. दिल्ली पहुंचने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कल कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मिलूंगा उसके बाद बात करूंगा. उन्होंने राजस्थान के राजनीतिक संकट को लेकर कहा कि यह घर की बातें हैं और आंतरिक राजनीति में चलता रहा है.

गहलोत ने कहा कि ये हमारी पार्टी की परम्परा आज भी है, 50 साल से देख रहा हूं, नबर वन जो होता है कांग्रेस प्रेसिडेंट. हमेशा कांग्रेस के अंदर अनुशासन है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में अगर नेशनल पार्टी कोई है तो एकमात्र कांग्रेस पार्टी है, उसकी नेता सोनिया गांधी हैं, उनके डिसिप्लिन में पूरे देश की कांग्रेस है. मीडिया में जो कुछ चल रहा है ये घटनाएं छोटी-मोटी होती रहती हैं. मेरी दृष्टि में और दृष्टिकोण हो सकता है, हमारे लिहाज से, हमारे दिल के अंदर, सबके दिल के अंदर, नंबर वन जो कांग्रेस अध्यक्ष होती हैं उनके अनुशासन में हम काम करते हैं. आप देखेंगे उसी हिसाब से आने वाले वक्त में फैसले होंगे.

सोनिया से मुलाकात के बाद बात करूंगा

उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी महंगाई, बेरोज़गारी, तानाशाही को लेकर निकले हैं. किसी को नहीं पता देश किस दिशा में जा रहा है. माना जा रहा है कि सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान सीएम गहलोत राज्य के राजनीतिक हालात की जानकारी देंगे. साथ ही इस मुलाकात के बाद यह तय होगा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए नामांकन दाखिल करेंगे या नहीं. गहलोत के दिल्ली पहुंचने के साथ ही अब यह बात भी तय हो चुकी है कि दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात कर अशोक गहलोत राजस्थान में विधायकों की सचिन पायलट को लेकर नाराजगी को भी सोनिया गांधी के सामने रखेंगे.

हर घंटे बदलता रहा घटनाक्रमः राजस्थान में सियासी घटनाक्रम (Rajasthan Political crisis) हर घंटे बदलता जा रहा है. कल शाम तक यह माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आलाकमान इतना नाराज है कि वह उनके खिलाफ कार्रवाई भी कर सकता है, लेकिन अब लगता है कि गहलोत और कांग्रेस आलाकमान के बीच चल रही नाराजगी की बर्फ पिघलने लगी है. जहां अजय माकन की रिपोर्ट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को क्लीन चिट दी गई तो वहीं मुख्यमंत्री गहलोत का आज दिल्ली जाने का कार्यक्रम (Ashok Gehlot Delhi Tour) बना, हालांकि इसमें समय को लेकर कई बार बदलाव भी हुआ लेकिन देर शाम वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए.

पढ़ें. स्पीकर की चुप्पीः विधायकों के इस्तीफों की संख्या और वैधानिकता पर संशय बरकरार

बार-बार बदल रहा सीएम का कार्यक्रम
आज सुबह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली जाने को लेकर लगातार चर्चा चल रही थी. पहले 12:30 फिर 3.30 बजे फिर शाम को मुख्यमंत्री के दिल्ली जाने की खबरें आने लगीं थीं. इसी बीच मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने दावा किया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शाम 5:30 बजे दिल्ली रवाना होंगे. बहराल दावों के बीच स्पीकर सीपी जोशी, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ मंत्री शांति धारीवाल और राजेंद्र यादव के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की करीब 2 घंटे तक वार्ता चली. मंत्री प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे को लेकर कहा कि आज सीएम कोई इस्तीफा नहीं देंगे. साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि सीएम आगे भी इस्तीफा नहीं देंगे.

पढ़ें. Rajasthan Crisis: सोनिया ने गहलोत को नहीं दिया मिलने का समय !

सीएम और सीपी जोशी की मुलाकात को लेकर कयास
स्पीकर सीपी जोशी के साथ हुई गहलोत की मुलाकात को लेकर कई तरीके के कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या गहलोत सीपी जोशी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए नाम आगे करेंगे या इस मामले में उनकी आगे की रणनीति क्या रहेगी. करीब 2 घंटे तक स्पीकर सीपी जोशी के साथ हुई चर्चा से सियासी हलचल फिर बढ़ गई है. कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पीकर सीपी जोशी के साथ आगे की रणनीति तैयार की है और अगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली जाते हैं तो क्या बात उन्हें सोनिया गांधी के सामने रखनी है इसके लिए भी सीपी जोशी के साथ राय मशविरा किया है.

गहलोत दिल्ली पहुंचने के बाद कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते (Ashok Gehlot can meet Sonia Gandhi) हैं. इस मुलाकात के बाद अगर सोनिया गांधी उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए कहती हैं तो साफ है कि गहलोत कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष (Congress President Election) के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं. हालांकि जिस तरह गहलोत गुट के विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में जाने की बजाए स्पीकर सीपी जोशी को अपना इस्तीफा (congress mla resignation) दिया था, उससे कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज हुआ था. लेकिन अब लगता है कि उन्हें इस मामले में मिली क्लीन चिट के बाद कांग्रेस आलाकमान और गहलोत के बीच संबंध फिर पटरी पर आ गए हैं.

पढ़ें- Rajasthan crisis : पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में गहलोत को 'क्लीन' चिट, तीन नेताओं पर कार्रवाई

हालांकि, नामांकन को लेकर अभी संशय के हालात हैं लेकिन यह कहा जा रहा है कि कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने जो दो फॉर्म लिए हैं वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए ही लिए गए हैं और कमलनाथ के साथ ही अंबिका सोनी ने भी कल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर चर्चा की है. ऐसे में आज गहलोत का दिल्ली दौरा राजस्थान की कांग्रेस की राजनीति के लिए अहम होने जा रहा है.

पढ़ें-congress president election : अभी भी रेस में बने हैं गहलोत, पर राहुल की पसंद कोई और

क्या गहलोत पायलट के नाम पर देंगे सहमति- कांग्रेस आलाकमान और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच आई दूरियों का एकमात्र कारण सचिन पायलट रहे. पायलट को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की स्थिति में गहलोत का उत्तराधिकारी बनाए जाने की आलाकमान ने पूरी तैयारी कर ली थी. हालांकि, अब गहलोत कैंप के विधायकों की नाराजगी देखने के बाद आलाकमान ने अपना फैसला होल्ड पर डाल दिया है और संभवत: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा करने के बाद ही यह तय होगा कि अगर अशोक गहलोत कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करते हैं तो राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री कौन हो. हालांकि, इस बात की संभावना अभी कम है कि मुख्यमंत्री सचिन पायलट के नाम पर हरी झंडी दे दें.

जयपुर. राजस्थान में छिड़े सियासी संग्राम के बीच सीएम अशोक गहलोत बुधवार रात दिल्ली पहुंच गए. दिल्ली पहुंचने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कल कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मिलूंगा उसके बाद बात करूंगा. उन्होंने राजस्थान के राजनीतिक संकट को लेकर कहा कि यह घर की बातें हैं और आंतरिक राजनीति में चलता रहा है.

गहलोत ने कहा कि ये हमारी पार्टी की परम्परा आज भी है, 50 साल से देख रहा हूं, नबर वन जो होता है कांग्रेस प्रेसिडेंट. हमेशा कांग्रेस के अंदर अनुशासन है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में अगर नेशनल पार्टी कोई है तो एकमात्र कांग्रेस पार्टी है, उसकी नेता सोनिया गांधी हैं, उनके डिसिप्लिन में पूरे देश की कांग्रेस है. मीडिया में जो कुछ चल रहा है ये घटनाएं छोटी-मोटी होती रहती हैं. मेरी दृष्टि में और दृष्टिकोण हो सकता है, हमारे लिहाज से, हमारे दिल के अंदर, सबके दिल के अंदर, नंबर वन जो कांग्रेस अध्यक्ष होती हैं उनके अनुशासन में हम काम करते हैं. आप देखेंगे उसी हिसाब से आने वाले वक्त में फैसले होंगे.

सोनिया से मुलाकात के बाद बात करूंगा

उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी महंगाई, बेरोज़गारी, तानाशाही को लेकर निकले हैं. किसी को नहीं पता देश किस दिशा में जा रहा है. माना जा रहा है कि सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान सीएम गहलोत राज्य के राजनीतिक हालात की जानकारी देंगे. साथ ही इस मुलाकात के बाद यह तय होगा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए नामांकन दाखिल करेंगे या नहीं. गहलोत के दिल्ली पहुंचने के साथ ही अब यह बात भी तय हो चुकी है कि दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात कर अशोक गहलोत राजस्थान में विधायकों की सचिन पायलट को लेकर नाराजगी को भी सोनिया गांधी के सामने रखेंगे.

हर घंटे बदलता रहा घटनाक्रमः राजस्थान में सियासी घटनाक्रम (Rajasthan Political crisis) हर घंटे बदलता जा रहा है. कल शाम तक यह माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आलाकमान इतना नाराज है कि वह उनके खिलाफ कार्रवाई भी कर सकता है, लेकिन अब लगता है कि गहलोत और कांग्रेस आलाकमान के बीच चल रही नाराजगी की बर्फ पिघलने लगी है. जहां अजय माकन की रिपोर्ट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को क्लीन चिट दी गई तो वहीं मुख्यमंत्री गहलोत का आज दिल्ली जाने का कार्यक्रम (Ashok Gehlot Delhi Tour) बना, हालांकि इसमें समय को लेकर कई बार बदलाव भी हुआ लेकिन देर शाम वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए.

पढ़ें. स्पीकर की चुप्पीः विधायकों के इस्तीफों की संख्या और वैधानिकता पर संशय बरकरार

बार-बार बदल रहा सीएम का कार्यक्रम
आज सुबह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली जाने को लेकर लगातार चर्चा चल रही थी. पहले 12:30 फिर 3.30 बजे फिर शाम को मुख्यमंत्री के दिल्ली जाने की खबरें आने लगीं थीं. इसी बीच मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने दावा किया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शाम 5:30 बजे दिल्ली रवाना होंगे. बहराल दावों के बीच स्पीकर सीपी जोशी, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ मंत्री शांति धारीवाल और राजेंद्र यादव के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की करीब 2 घंटे तक वार्ता चली. मंत्री प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे को लेकर कहा कि आज सीएम कोई इस्तीफा नहीं देंगे. साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि सीएम आगे भी इस्तीफा नहीं देंगे.

पढ़ें. Rajasthan Crisis: सोनिया ने गहलोत को नहीं दिया मिलने का समय !

सीएम और सीपी जोशी की मुलाकात को लेकर कयास
स्पीकर सीपी जोशी के साथ हुई गहलोत की मुलाकात को लेकर कई तरीके के कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या गहलोत सीपी जोशी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए नाम आगे करेंगे या इस मामले में उनकी आगे की रणनीति क्या रहेगी. करीब 2 घंटे तक स्पीकर सीपी जोशी के साथ हुई चर्चा से सियासी हलचल फिर बढ़ गई है. कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पीकर सीपी जोशी के साथ आगे की रणनीति तैयार की है और अगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली जाते हैं तो क्या बात उन्हें सोनिया गांधी के सामने रखनी है इसके लिए भी सीपी जोशी के साथ राय मशविरा किया है.

गहलोत दिल्ली पहुंचने के बाद कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते (Ashok Gehlot can meet Sonia Gandhi) हैं. इस मुलाकात के बाद अगर सोनिया गांधी उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए कहती हैं तो साफ है कि गहलोत कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष (Congress President Election) के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं. हालांकि जिस तरह गहलोत गुट के विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में जाने की बजाए स्पीकर सीपी जोशी को अपना इस्तीफा (congress mla resignation) दिया था, उससे कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज हुआ था. लेकिन अब लगता है कि उन्हें इस मामले में मिली क्लीन चिट के बाद कांग्रेस आलाकमान और गहलोत के बीच संबंध फिर पटरी पर आ गए हैं.

पढ़ें- Rajasthan crisis : पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में गहलोत को 'क्लीन' चिट, तीन नेताओं पर कार्रवाई

हालांकि, नामांकन को लेकर अभी संशय के हालात हैं लेकिन यह कहा जा रहा है कि कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने जो दो फॉर्म लिए हैं वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए ही लिए गए हैं और कमलनाथ के साथ ही अंबिका सोनी ने भी कल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर चर्चा की है. ऐसे में आज गहलोत का दिल्ली दौरा राजस्थान की कांग्रेस की राजनीति के लिए अहम होने जा रहा है.

पढ़ें-congress president election : अभी भी रेस में बने हैं गहलोत, पर राहुल की पसंद कोई और

क्या गहलोत पायलट के नाम पर देंगे सहमति- कांग्रेस आलाकमान और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच आई दूरियों का एकमात्र कारण सचिन पायलट रहे. पायलट को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की स्थिति में गहलोत का उत्तराधिकारी बनाए जाने की आलाकमान ने पूरी तैयारी कर ली थी. हालांकि, अब गहलोत कैंप के विधायकों की नाराजगी देखने के बाद आलाकमान ने अपना फैसला होल्ड पर डाल दिया है और संभवत: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा करने के बाद ही यह तय होगा कि अगर अशोक गहलोत कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करते हैं तो राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री कौन हो. हालांकि, इस बात की संभावना अभी कम है कि मुख्यमंत्री सचिन पायलट के नाम पर हरी झंडी दे दें.

Last Updated : Sep 29, 2022, 10:52 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.