जयपुर. लोकसभा चुनावों में लगातार हार का सामना करने के बाद कांग्रेस को एक बात समझ आ गई है. उसे भी भाजपा की तरह खुद का कैडर तैयार करना होगा. वो भी नौजवान जो ना केवल पार्टी को मजबूती देने के लिए काम करें. बल्कि युवाओं को भी साथ में जोड सके. इसके लिए अब कांग्रेस पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है. 12 सितम्बर को दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की बैठक में इसका खाका भी तैयार किया जायेगा.
दरअसल हाल ही में हुई प्रदेश ट्रैंनिंग सयोजकों के साथ दिल्ली में हुई बैठक के में ये फॉर्मू्ला संगठन महामंत्री केसी वेनूगोपाल के सामने रखा गया था. जिसे सोनिया गांधी के सामने पहुंचाया गया. जिसे सोनिया गांधी ने स्वीकार भी कर लिया है. 12 सितम्बर को दिल्ली में होने वाली बैठक के बाद उन कार्यकर्ताओं को छांटने का काम शुरू हो जायेगा. जो प्रदेश के ट्रेनर के तौर पर काम करेंगे. पहले राष्ट्रीय स्तर पर इन 25 ट्रेनरों को तैयार किया जायेगा.
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इन्हें 14 बिंदुओं पर ट्रेंन किया जाएगा. इसमें कांग्रेस की विचारधारा से लेकर समाज में वोटर्स को पार्टी से जोड़ने और बूथ मैनेजमेंट तक की ट्रैनिंग, कांग्रेस का इतिहास, गांधीवादी विचारधारा, रचनात्मक सामाजिक कामों के जरिए समाज का विश्वास अर्जित करने के लिए ट्रेंन किया जाएगा. साथ ही संगठन कौशल, चुनाव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भूमिका, मौजूदा राजनीतिक चुनौतियां, मौजूदा राजनीतिक परिद्श्य और कार्यकर्ता की भूमिका, सांप्रदायिक संगठन देश के लिए खतरा, युवा आंदोलन और देश के निर्माण में युवाओं की भूमिका, महिला सशक्तिकरण, पंचायती राज शामिल होंगे.
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तैयार ट्रेनर ही फिर आगे प्रदेशों में ट्रेनिंग देंगे. खास बात ये है कि जो ट्रेनर तैयार किये जायेगे इनकी उमर 25 साल से 35 साल होगी. यानि की पार्टी का साफ मत है कि वो यूवाओं को अपने साथ जोड़ सके. पिछले दिनों दिल्ली में हुई बैठक में राजस्थान सहित सभी राज्यों के नेताओं को इसका टास्क दिया है. जल्द ही प्रदेश, जिला और ब्लॉक लेवल पर कार्यकर्ताओं के लिए ट्रैनिंग कैंप लगाए जाएंगे.