जयपुर. राजस्थान में चल रही सियासी हलचल के बीच एक ओर जहां सचिन पायलट और उनके साथ बागी दो मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया है. इसके साथ ही अब राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के सचिन पायलट के साथ जाने वाले सभी 18 विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है . यह कारण बताओ नोटिस कांग्रेस विधायक दल की बैठक में दो बार व्हिप जारी होने के बावजूद नहीं आने के चलते जारी किया गया है.
खास बात यह है कि राजस्थान के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने स्पीकर सीपी जोशी को भी इस नोटिस की जानकारी दे दी है. विधायकों से 2 दिन में इसका जवाब मांगा गया है. कांग्रेस के नेताओं के अनुसार यदि विधायकों ने खुद उपस्थित होकर इसका संतोष जनक तरीके से जवाब नहीं दिया तो उन्हें विधायक दल की सदस्यता से हाथ धोना पड़ सकता है.
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अब यह मामला स्पीकर के विवेक पर आधारित होगा की इन विधायकों की सदस्यता रहे या नहीं रहे. अगर स्पीकर के नोटिस देने के बाद भी विधायकों का जवाब नहीं आता है तो इसे विधायक दल की सदस्यता से उनका स्वेच्छा से पद त्यागना माना जाता है. हालांकि जानकारों की माने तो इसे एक दबाव की रणनीति मानी जा रही है जिसके अनुसार कांग्रेस चाहती है कि पायलट कैंप में जो विधायक शामिल है उनमें से कुछ विधायक वापस लौट आए.
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हालांकि, कुछ जानकारों की माने तो यह शिवाय दबाव के कुछ और नहीं है क्योंकि, विधायक दल की बैठक विधाई कार्यों और विधानसभा में मतदान से ही संबंधित होती है. लेकिन यह विधायक दल की बैठक पार्टी की बुलाई हुई थी जिसमें विधानसभा का कोई लेना देना नहीं है. ऐसे में स्पीकर सीपी जोशी इस नोटिस को किस तरीके से लेते हैं इस पर सबकी नजरें हैं.