जयपुर. मोस्ट बैकवर्ड क्लास (एमबीसी) कोटे में मुस्लिमों की कुछ जातियों को आरक्षण देने के लिए सर्वे शुरू होते ही गुर्जर समाज में इसका विरोध शुरू हो गया है. जिसके चलते गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने शनिवार को अपने आवास पर आपात बैठक बुलाई. कर्नल बैंसला के आवास पर करीब 4 घंटे तक चली बैठक के बाद कर्नल बैंसला ने सरकार को चेतावनी दी कि एमबीसी कोटे से किसी तरह की छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
साथ ही उन्होंने कहा कि 16 जुलाई को सरकार से हुए समझौते को अब तक लागू नहीं किया गया है. अगर सरकार 7 दिन में अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करती है तो गुर्जर समाज एक बड़ा आंदोलन करेगा. मीडिया से बात करते हुए कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी है कि सरकार मिरासी भाइयों को आरक्षण देना चाहती है और उसके लिए सर्वे भी शुरू कर दिया गया है.
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एसटी कोटे में दे आरक्षण
बैंसला ने कहा कि गहलोत प्रदेश के ओबीसी के पहले मुख्यमंत्री है और उन्होंने पिछड़ी जातियों के लिए बहुत कुछ किया है और आगे भी करेंगे. हमने सुना है कि मिरासी भाइयों को एमबीसी कोटे से आरक्षण दिया जा रहा है और समाज में इसको लेकर आक्रोश है. बैंसला ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह एमबीसी कोटे से छेड़छाड़ नहीं करे और मिरासी भाइयों को एसटी कोटे से आरक्षण दे. इससे उनको लाभ भी होगा और वे इसे डिजर्व भी करते हैं. उनका नौकरियों में और राजनीति में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है.
समझौते की नहीं हो रही पालना
बैंसला ने कहा कि देवनारायण योजना की भी अनदेखी की जा रही है. यह योजना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ही देन है. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से निजी तौर पर अनुरोध किया कि वह इस योजना को देखें. बैंसला ने कहा कि 16 जुलाई को सरकार से समझौते की पालना नहीं की जा रही है. आंदोलन के दौरान शहीद हुए लोगों को अब तक कुछ भी नहीं दिया गया, जैसा हमसे वादा किया गया था. साथ ही न्यायपालिका की ओर से भी हमें पांच फीसदी आरक्षण नहीं दिया जा रहा है, वह भी हमे दिया जाए और रुकी हुई भर्तियों का भी हल निकाला जाए.
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हमे बाध्य किया तो करेंगे आंदोलन
बैंसला ने सरकार को चेतावनी दी है कि 7 दिन में उन्हें उनका जवाब मिल जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने समाज को रोका हुआ है, यदि 7 दिन में हमें जवाब नहीं मिलता है तो हम एक बड़ा आंदोलन करेंगे. हम मुख्यमंत्री का इस मामले में पूरा सहयोग करेंगे. जब बैंसला से पूछा गया कि आंदोलन में पुरानी ही तस्वीर देखने को मिलेगी तो उन्होंने कहा कि पहले हम 7 दिन तक सरकार के जवाब का इंतजार करेंगे और समाज में आरक्षण को लेकर आक्रोश है. कोई हमे बाध्य करेगा तो हम आंदोलन जरूर करेंगे. उन्होंने कहा कि देवनारायण योजना और उसकी क्रियान्विति सही होनी चाहिए जैसे पहले हुआ करती थी. कर्नल बैंसला ने देवनारायण योजना के तहत मिलने वाली स्कूटी बंद करने पर भी आक्रोश जताया है.