जयपुर. उदयपुर में चलती बस में सेकंड ग्रेड अध्यापक भर्ती परीक्षा के सामान्य ज्ञान विषय के पेपर लीक मामले में अब तक 55 गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं. पुलिस को इस मामले के मास्टरमाइंड सुरेश ढाका (Dhaka was mastermind in RPSC Paper Leak) की तलाश है. सुरेश ढाका का रुतबा सोशल मीडिया से लेकर सरकार के बीच तक था. ट्विटर पर ढाका के अकाउंट को वेरिफिकेशन के साथ ब्लूटिक मिला हुआ है. यहां तक कि उसका नाम सामने आने के बाद भी ट्विटर अकाउंट पर कई राजनेता उसे फॉलो कर रहे हैं. मास्टरमांइड बताए जा रहे सुरेश ढाका की तलाश फ़िलहाल जारी है. सुरेश को लेकर कई जानकारियां सामने आई हैं. खास तौर पर सुरेश को फॉलो करने वाले लोगों में कई राजनेता भी शामिल हैं. अब उनसे जुड़ी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.
सोशल मीडिया पर खुद को बताया था पॉलिटिशियन - सुरेश धाकड़ ने फेसबुक अकाउंट पर खुद को व्यवसायी और राजनेता के रूप में प्रस्तुत किया हुआ है. उनके सोशल मीडिया फॉलोअर्स की संख्या भी हजारों में है. ढाका का फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम का अकाउंट वेरीफाइड है, यहां तक कि मौजूदा प्रदेश सरकार से जुड़े कई नेता और कई बोर्ड निगम के प्रमुख उनके चहेतों की फेहरिस्त में हैं. मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की पहुंच सरकार के कई मंत्रियों तक भी है. सोशल मीडिया पर मंत्रियों के साथ डिनर करते हुए ढेर फोटोज डाले हैं. फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब हर सोशल मीडिया प्लेस पर उसका अकाउंट है। इस बारे में हमने महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज से बात की तो उन्होंने बताया कि ढाका उनसे वायरल तस्वीर (Dhaka with Rehana Rayaz) में कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में मिला था. अपनी कोचिंग पर इसी कार्यक्रम के लिए आमंत्रण भी दिया था. इसके अलावा मैं सुरेश ढाका को नहीं जानती हूं. इसी तरह से बीज निगम के अध्यक्ष धीरज गुर्जर ने भी कहा कि संबंधित तस्वीर हरियाणा की है जो करीब 6 साल पुरानी है. वह हरियाणा कांग्रेस के नेता अशोक तंवर के साथ किसी कार्यक्रम में उनसे मिला था, जबकि हनुमान बेनीवाल और रामेश्वर डूडी से भी ईटीवी भारत ने संपर्क का प्रयास किया, परंतु वायरल तस्वीरों के संबंध में उनसे बात नहीं हो पाई.
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जयपुर में कोचिंग संचालक है आरोपी ढाका - सेकंड ग्रेड पेपर लीक मामले में आरोपी सुरेश ढाका जयपुर में एक कोचिंग का संचालक है. जहां बड़ी संख्या में छात्र पढ़ते हैं. अब इस पूरे मामले के बाद कोचिंग से जुड़े छात्रों के भविष्य पर संकट खड़ा हो चुका है. कोचिंग में शिक्षक भी अब जांच के दायरे में आ सकते हैं. दूसरी ओर नकारात्मक पहलू यह भी है कि अब इस मामले में दोनों के भविष्य पर भी सवाल होंगे, कहीं तनख्वाह की चिंता होगी, तो कहीं परीक्षा से पहले तैयारी की फिक्र होगी. जाहिर है कि सुरेश ढाका को मूल रूप से जालौर का निवासी बताया जा रहा है. उस पर पहले मुंबई में मनी लॉन्ड्रिंग के भी आरोप रहे हैं. जिसके बाद वह जयपुर शिफ्ट हो गया था पेपर लीक मामले में 4 आरोपियों में से फिलहाल सुरेश विश्नोई और डॉक्टर भजनलाल पुलिस की गिरफ्त में है. सुरेश का जीजा सुरेश ढाका और एक अन्य फिलहाल फरार बताए जा रहे हैं.
कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक से भी जुड़ा है मामला - साल 2011 में जीएनएन भर्ती परीक्षा पेपर लीक केस में आरोपी रहे भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के तार सेकंड ग्रेड अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक तक जुड़े हुए हैं. इस मामले में आरोपी सारण जेल भी जा चुका है. वह पहले रेलवे में नौकरी करता था पेपर लीक में नाम आने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया था. इसी साल मई में कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में भी सारण का नाम आया था, जिसके बाद से पुलिस बीते 6 महीने से उसकी तलाश कर रही है. उसी ने सेकंड ग्रेड भर्ती परीक्षा के पर्चे को लीक करने के बाद कोचिंग संचालक सुरेश ढाका को पहुंचाया और सुरेश ढाका ने मुख्य आरोपी हेड मास्टर सुरेश विश्नोई को यह पेपर सौंपा था. ढाका दो बार जेल भी जा चुका है. मूल रूप से जालौर के सांचौर के अचलपुर का रहने वाला सुरेश ढाका जयपुर में गुर्जर की थड़ी पर कोचिंग का चलाता है. यहीं नहीं, सुरेश ढाका पहले मनी लॉन्ड्रिंग और पेपर लीक मामले में जेल भी जा चुका है इस बार फिर सीनियर टीचर परीक्षा का पेपर लीक में वो मास्टरमाइंड है.
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