जयपुर. राजस्थान की राजनीति में फिर उथल पुथल शुरू हो गई है. पायलट के बयान के बाद राजस्थान सरकार में फिर से सियासत गरमा गई है. आज जैसे ही सचिन पायलट ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तुलना गुलाम नबी आजाद से की और कांग्रेस आलाकमान से नोटिस पाने वाले तीनों नेताओं पर कार्रवाई की मांग की तो सियासी भूचाल आ गया.
पायलट के बयान देने के साथ ही मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेट्री कुलदीप राका को कटघरे में खड़ा किया. दिव्या मदेरणा इस बार प्रताप सिंह खाचरियावास के पक्ष में आ खड़ी हुईं. मुख्य सचेतक महेश जोशी ने सचिन पायलट पर यह तंज कसा (Gehlot osd tweet on Sachin Pilot) तो अब मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा ने ट्वीट किया है. उन्होेंने लिखा कि ठहरे हुए पानी पर कंकर न मारे कोई, वरना हलचल मच जाएगी.
इसी बीच इस लड़ाई में निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा भी कूद (CM OSD and Sanyam Lodha tweeted) पड़े. संयम लोढ़ा ने ट्वीट कर पायलट पर कमेंट करते हुए लिखा कि 'मैं तो वही खिलौना लूंगा, मचल गया दीना का लाल'. संयम लोढ़ा ने अपने ट्वीट में मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस पार्टी को टैग भी किया. मतलब साफ है कि 29 सितंबर के बाद आई एआईसीसी की गाइडलाइन के बाद राजस्थान में कांग्रेस की राजनीति में जो शांति पसरी हुई थी, वह केवल तूफान की आहट थी और अब राजस्थान कांग्रेस में तूफान कभी भी आ सकता है.