जयपुर. उदयपुर में रेलवे ब्रिज पर हुई घटना की जांच टीएस-एसओजी करेगी. मुख्यमंत्री अशोक गगलोत ने इसको लेकर निर्देश दिए हैं. गहलोत ने एडीजी, एटीएस-एसओजी के नेतृत्व में टीम उदयपुर रवाना होने के निर्देश दिए हैं.
गहलोत ने ली बैठक: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर उदयपुर में ओडा रेलवे ब्रिज के ट्रैक पर हुई घटना के मामले में वरिष्ठ अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक ली. बैठक में उदयपुर में हुई इस घटना की जांच राजस्थान एटीएस-एसओजी से करवाने का निर्णय लिया (CM orders to probe blast on rail track in Udaipur) गया. इसी क्रम में एडीजी (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक) एटीएस-एसओजी आशोक राठौड़ के नेतृत्व में टीम घटना की जांच करने के लिए आज उदयपुर पहुंचेगी.
पढ़ें: उदयपुर-अहमदाबाद रेल सेवा बहाल, NIA, ATS, NSG और RPF कर रही ट्रैक ब्लास्ट की जांच
नापाक साजिश: बता दें कि उदयपुर-अहमदाबाद ब्रॉड गेज रेलवे लाइन को विस्फोटक के जरिए उड़ाने की खतरनाक साजिश रची गई. बदमाशों ने उदयपुर जिले के केवड़ा जंगल के आगे ओडा पुल को उड़ाने का प्रयास किया. 13 दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस लाइन का लोकार्पण किया था. मामला उदयपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर सलूम्बर मार्ग पर केवड़े की नाल में ओडा रेलवे पुल की है. स्थानीय लोगों ने शनिवार रात 10 बजे के आसपास धमाके की आवाज सुनी. इसके बाद फौरन कुछ लोग तुरंत पटरी पर पहुंचे तो वहां के हालात देखकर चौंक गए. वहां रेलवे लाइन पर बारूद पड़ा हुआ था. इसके साथ ही लोहे की पटरियां कई जगह से टूटी हुई थीं. पुल पर लाइन से नट-बोल्ट भी गायब मिले. जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी. धमाके से करीब चार घंटे इस ट्रैक से ट्रेन गुजरी थी. सूचना पर रेलवे ट्रैक पर गाड़ियां आने से रोक दिया गया.
पढ़ें: उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक पर ब्लास्ट को लेकर क्या बोले रघुवीर मीणा, आप भी सुनिए
आतंकी एंगल से जांच शुरू: घटनास्थल पर राजस्थान पुलिस की एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड पहुंच कर जांच कर रही है. एटीएस आतंकी साजिश के एंगल से जांच में जुटी है. जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा के अनुसार डेटोनेटर से पुल को उड़ाने की साजिश सामने आई है.
पढ़ें: उदयपुर-अहमदाबाद ट्रैक पर धमाके से सहम गए थे ओडा के ग्रामीण, संदीप की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
पुलिस को तोहफा: वहीं एक दूसरे आदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिसकर्मियों की मांग को पूरा करते हुए पुलिस कांस्टेबल से पुलिस इंस्पेक्टर स्तर के पुलिसकर्मियों के रोडवेज बसों के स्थायी पास की राशि में 300 रुपए प्रतिमाह अनुदान राज्य सरकार की ओर से देने का निर्णय किया है. अब पुलिसकर्मियों को रोडवेज स्थायी पास 500 रुपए प्रतिमाह के स्थान पर 200 रुपए प्रतिमाह में उपलब्ध हो सकेगा.